किच्छा। ऊधम सिंह नगर जनपद के किच्छा कोतवाली अंतर्गत पंत कालोनी में चैत्र नवरात्र की अष्टमी पूजन के दौरान एक घर मे प्रसाद खाने से चार बच्चों सहित पांच लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ गए जिन्हें आनन-फानन में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां चार बच्चों की हालत को गम्भीर देखते हुए उन्हें बेहतर उच्च उपचार के लिए जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया। बीमार बच्चों को उपचार के लिए आईसीयू वार्ड में रखा गया है जहाँ बच्चो का उपचार जारी है। बीमार बच्चों के पिता ने प्रसाद खिलाने वाले व्यक्ति पर गम्भीर आरोप लगाए है। वही पुलिस भी इसमामले की जांच के जुट गई।
चैत्र नवरात्रों की अष्ठमी के अवसर पर आज किच्छा कोतवाली अंतर्गत गैस एजेंसी रोड पंत कॉलोनी में रहने वाले पड़ोसी के घर पर अष्टमी पूजन का कार्यक्रम था जिसमें कन्या पूजन हेतु पड़ोस के ही जितेंद्र पाल के बच्चे भी पहुंचे थे। प्रसाद ग्रहण करने के दौरान कुछ ही देर में जितेंद्र पाल के 6 वर्षीय पुत्र मयंक, पुत्री भूमिका और पुत्री लवली व 07 वर्षीय अर्पिता पुत्री सुरेश की हालत बिगड़ने लग गई। हालत को खराब होता देख आनन फानन में उपचार के लिये किच्छा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां उनकी हालत को गम्भीर देखते हुए उन्हें तत्काल रूप से जिला चिकित्सालय के लिये रेफर कर दिया। जहाँ चार बच्चों को जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने आईसीयू में भर्ती कर लिया तथा उनके उपचार में डॉक्टरों की टीम लगी हुई है। उधर घटना की जानकारी मिलते ही किच्छा कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुँच गई तथा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वही फूड विभाग के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुँचकर सेम्पलिंग आदि ली है।बताया कि सभी बच्चों को प्रसाद दिया गया था जिसमें जब बच्चों को सूखू मेवे का प्रसाद जिसमें गोला मिश्री बादाम आदि मिक्स थे दिया गया तो देते वक्त ही हाथों में जलन सी महसूस होने लगी थी। इस ओर कोई ध्यान न देते हुए प्रसाद बच्चों को वितरित कर दिया गया। जैसे ही बच्चों ने प्रसाद ग्रहण कर खाना शुरू किया तो कुछ ही देर बाद बच्चों को उल्टियां मुंह में जलन शुरू हो गई जिसकी सूचना सभी को दी गई। आनन फानन में बच्चों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया तथा उपचार चल रहा है।