अल्मोड़ा जेल प्रकरण :- प्रभारी जेल अधीक्षक समेत चार पर गिरी गाज, कई और पर भी गाज गिरने की संभावना।
प्रभारी जेल अधीक्षक संजीव ह्यांकी पर हल्द्वानी जेल में तैनाती के दौरान भी लग चुके है कई तरह के आरोप।
देहरादून/अल्मोड़ा/ऊधम सिंह नगर। विगत दिवस उत्तराखंड पुलिस की एसओजी व एसटीएफ द्वारा अल्मोड़ा जिला जेल में सर्च ऑपरेशन के दौरान बड़े अपराधियों की चल रहे गठजोड़ का खुलासा करते हुए यहां 1.30 लाख रुपये की नगदी, तीन मोबाइल सेट व 60 ग्राम चरस बरामद हुई थी। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए मामले की गाज जेल अधीक्षक सहित चार जेल कर्मियों पर गिरी है तथा जेल डिपार्टमेंट तत्काल प्रभाव से चारों निलंबित कर दिया है। बरहाल इस मामले में कुछ और पुलिस कर्मियों पर गाज गिरने की भी संभावना जताई जा रही है।
इस मामले में आईजी पुष्पक ज्योति ने बताया कि इस मामले में तत्काल प्रभाव से जेल प्रभारी अधीक्षक संजीव कुमार ह्यांकी, प्रधान बंदीरक्षक शंकर राम आर्य, बंदीरक्षक प्रदीप माजिला और राहुल राय को निलंबित किया गया है। पुलिस इस प्रकरण की आगे भी जांच कर रही है, जिसमें कुछ और पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है। आप को बताते चले कि जेल से हरिद्वार के एक व्यवसायी की हत्या या फिर मोटी रंगदारी वसूले जाने का षडयंत्र रचा जा रहा था।
पुलिस जांच में पता चला था कि अल्मोड़ा जेल में बंद हरिद्वार निवासी अब्दुल कलीम इसका मास्टर माइंड था। पुलिस ने इस मामले में दो शार्प शूटर सहित हरिद्वार से चार लोगों को गिरफ्तार भी किया था। इस प्रकरण में जेल कर्मियों की भूमिका पहले दिन से ही संदिग्ध मानी जा रही थी। अब शासन से हरी झंडी मिलने के बाद आईजी जेल पुष्पक ज्योति ने इस प्रकरण में तत्काल रूप से जेल अधीक्षक सहित चार को निलंबित कर दिया गया है। बरहाल इस मामले में कुछ और पुलिस कर्मियों पर गाज गिरने की भी संभावना जताई जा रही है।वही आप को बताते चले कि आप को बताते चले अलवर जेल में जेलर पद पर रहते हुए हल्द्वानी उप कारागार में जेलर पद पर तैनाती के दौरान भी प्रभारी जेल अधीक्षक संजीव ह्यांकी पर अनुशासनहीनता के गंभीर आरोप लग चुके हैं जिस पर हुई एक न्यायिक जांच में अधीक्षक संजीव के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भी की गई थी मगर अपनी ऊंची पहुंच के चलते बचते रहे मगर अब एसटीएफ व एसओजी पुलिस टीम के चंगुल से नही बच सके।