अपराधियों की खैर नहीं, विवेचना में कोताही बर्दाश्त नहीं’ : ADG डॉ. वी. मुरुगेशन

जिला मुख्यालय रुद्रपुर में दिए सख्त निर्देश, कानून-व्यवस्था सुदृढ़ करने पर दिया ज़ोर।

रुद्रपुर। जनपद ऊधमसिंहनगर में कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ तथा अपराध पर पूर्ण अंकुश लगाने के अपने संकल्प के तहत अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. वी. मुरुगेशन रुद्रपुर पहुंचे। पुलिस कार्यालय, रुद्रपुर पहुंचने पर ADG महोदय को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया ।

➡️ इसके उपरांत, डॉ. वी. मुरुगेशन ने जनपद के समस्त पुलिस अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय अपराध समीक्षा बैठक ली। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जनपद में घटित अपराधों की स्थिति का गहन विश्लेषण करना और भविष्य की रणनीति तैयार करना था। ADG महोदय ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई जाए और किसी भी स्तर पर विवेचना या विभागीय कार्य में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का आह्वान किया, ताकि पुलिस पर आमजन का विश्वास और अधिक सुदृढ़ हो सके।बैठक में दिए गए प्रमुख और कड़े दिशा-निर्देश निम्नलिखित हैं:
*विवेचनाओं का त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण:*➡️ एडीजी महोदय ने जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारियों को सर्किलवार अपराधों की गहन समीक्षा की तथा उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि विवेचनाओं का निस्तारण निष्पक्ष, गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित किया जाए। साक्ष्य संकलन को प्राथमिकता देते हुए विवेचनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया, ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके और न्याय सुनिश्चित हो।
*वांछित एवं इनामी अपराधियों की धरपकड़:*➡️ ADG ने वांछित एवं इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष रणनीति बनाने और उसे युद्धस्तर पर लागू करने का निर्देश दिया। उन्होंने इनाम घोषित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने और ऐसे अपराधियों को कानून के दायरे में लाने के लिए हर संभव प्रयास करने पर बल दिया।
*गैंगस्टर एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन:*➡️ गैंगस्टर एक्ट के तहत लंबित कार्रवाइयों को तत्काल पूर्ण करने का सख्त आदेश दिया गया। साथ ही, अपराधियों की अवैध संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई का लगातार फॉलोअप करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि ऐसे अपराधी आर्थिक रूप से भी कमजोर पड़ें।
*विवेचना गुणवत्ता एवं प्रभावी पर्यवेक्षण:*➡️ क्षेत्राधिकारियों को नियमित रूप से अपने अधीनस्थ थानों की केस डायरी का अवलोकन करने और उनकी कार्यप्रणाली का प्रभावी पर्यवेक्षण सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई। इसका उद्देश्य विवेचना की गुणवत्ता को बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी मामला लापरवाही के कारण प्रभावित न हो।
*वारंटों और कुर्कियों की शत-प्रतिशत तामील:*➡️ सभी लंबित वारंटों और कुर्कियों की शत-प्रतिशत तामिली सुनिश्चित कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
*विभागीय जांचों का समय पर निस्तारण:*➡️ ADG महोदय ने पुलिस विभाग के भीतर लंबित विभागीय जांचों को भी निर्धारित समय-सीमा के भीतर निस्तारित करने की सख्त हिदायत दी, ताकि कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और दक्षता बनी रहे।➡️ इस महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय बैठक में आईजी श्रीमती रिधिम अग्रवाल, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, एसपी क्राइम निहारिका तोमर, एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, एसपी काशीपुर अभय सिंह सहित सभी सर्किलों के क्षेत्राधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। ADG डॉ. वी. मुरुगेशन की यह समीक्षा बैठक ऊधमसिंहनगर जनपद में अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और पुलिस कार्यप्रणाली में और अधिक दक्षता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अपराधियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।















