खाद्यान्न घोटाला :- भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी को जांच सौपने के मामले सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति को भेजा शिकायती पत्र!!
- भाईचारा एकता मंच के केंद्रीय अध्यक्ष केपी गंगवार ने शिकयती पत्र में लगाये है बेहद गम्भीर आरोप।
- जिलापूर्ति अधिकारी तेजबल की कार्यप्रणाली पर भी उठाए सवालिया निशान?
रुद्रपुर। खाद विभाग द्वारा पहले से ही भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी को जांच सौपने के मामले में आज भाईचारे एकता मंच के केंद्रीय अध्यक्ष केपी गंगवार ने सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग को पत्र भेजकर मामले की जांच अन्य किसी विभाग से करवाने की मांग की है। साथ ही उधम सिंह नगर के जिला पूर्ति अधिकारी पर भी बेहद ही गंभीर आरोप भी लगाए है।
आप को बताते चले कि सचिव, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग उत्तराखंड को भाईचारा एकता मंच के केंद्रीय अध्यक्ष केपी गंगवार द्वारा आज 23 अप्रैल 2022 को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा है कि उनके द्वारा जिलाधिकारी उधम सिंह नगर, सचिव खाद्य, मुख्य सचिव उत्तराखंड तथा प्रधानमंत्री भारत सरकार को विगत 04-04- 2022 दिनांक 31-3-2022 दिनांक 30-3-2022 तथा 05-04-2022 को खाद्य विभाग में हुए करोड़ों के घोटाले के संबंध में शिकायत की गई थी। इसके अलावा यह शिकायत को प्रधानमंत्री शिकायत पोर्टल एवं मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल में भी दर्ज किया गई है।
मगर उन्होंने दुख जाहिर करते हुए कहा कि बड़ा ही खेद का विषय है कि खाद्य विभाग में भ्रष्टाचार की जांच स्वयं जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह को सौंपी गई है। जबकि शिकायत पत्र में जांच किसी अन्य विभाग से करवाने हेतु अनुरोध किया गया था जिसकी पुष्टि तेजबल सिंह द्वारा जारी पत्र संख्या 05 दिनांक 7 अप्रैल 2022 तथा पत्र संख्या 89 दिनांक 31 अप्रैल 2022 से की जा सकती है। उन्होंने कहा कि तेजबल सिंह भी इस खाद्यान्न घोटाले में लिप्त हैं जिसमें नैनीताल के मिट्टी तेल घोटाले में लिप्त, दो जगह का कार्यभार मात्र वसूली के लिए ही एवं खाद्य सुरक्षा योजना के बिलों में 25% कमीशन की वसूली किए जाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कई बिंदुवार विस्तार पूर्वक जिला पूर्ति अधिकारी पर कई गंभीर भी आरोप लगाए हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि तेजबल सिंह द्वारा जिला पूर्ति अधिकारी उधम सिंह नगर एवं सचिव खाद्य देहरादून के दोनों पदों पर कार्य देखा जा रहा है एक जनपद उधम सिंह नगर रूद्रपुर एवं दूसरा देहरादून में है जो 300 किलोमीटर दूरी पर है उन दोनों के कार्य इनके द्वारा कैसे संपादित किया जाए जा रहा है यह एक जांच का विषय है तथा जांच की मांग उठाई है। इसके अतिरिक्त फर्जी कार्डो एवं पीले सफेद श्रेणी में परिवर्तित कार्डो में खाद्यान्न का गबन कर प्रत्येक माह प्रत्येक पूर्ति निरीक्षक से रुपए दो लाख धनराशि भी वसूली का आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में माह नवंबर 2021 तक 5.50 करोड़ की धनराशि प्रधानमंत्री कल्याण अन्य योजना अंतर्गत कमीशन एवं भाड़े के रूप में जारी की गई है। जिसमें इस वर्ष लगभग दो करोड़ की धनराशि का भुगतान विक्रेताओं द्वारा किया जा चुका है। इसी प्रकार वर्ष 2020-21 से भी करोड़ों का भुगतान इन विक्रेताओं को जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा के खाता संख्या *********** 7752 से किया गया है जिसका खाद्यान्न वास्तविक रूप में पात्र व्यक्तियो को वितरित नहीं किया गया है। तेजबल सिंह द्वारा पूर्व में जिला पूर्ति अधिकारी नैनीताल के पद पर रहते हुए करोड़ों के मिट्टी तेल घोटाले को अंजाम दिया गया था जिसकी जांच की जानी अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा उन्होंने जिलापूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह और कई गम्भीर आरोप लगाये है तथा इस घोटाले की जांच किसी अन्य एजेंसी, एसआईटी या सीबीआई से कराए जाने की मांग की है। साथ ही गंगवार ने बताया कि उनके द्वारा इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जाने की तैयारियां पूर्ण कर ली है।
उधर इस मामले जिलापूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह से फोन और सम्पर्क करने का प्रयास किया मगर सम्पर्क नही हो पाया। इस मामले में उनका जो भी पक्ष होगा उसको भी प्रकाशित किया जाएगा।