उमंग सामाजिक सेवा समिति द्वारा आयोजित किया गया निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर।
रुद्रपुर। उमंग सामाजिक सेवा समिति द्वारा आज द्वारिका फार्म वेंकट हॉल, सीटी वन रोड़,भूरारानी में निःशुल्क स्वास्थ शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज की पूज्यनीय माता जी श्रीमती भगवान देवी द्वारा फीता काट कर किया गया। शिविर में महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल के वरिष्ठ नेत्र सर्जन एवं ग्लूकोमा सर्जन डा. नूतन जैन, हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. नवीन अग्रवाल व डा. साक्षी पुरी ने आए लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें आवश्यक परामर्श दिया। प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित हुए स्वास्थ्य शिविर में सैकड़ों लोगों ने अपने नेत्र, जोड़ों के दर्द सहित अन्य रोगों का परीक्षण कराया। इस दौरान इच्छुक लोगों के नेत्र एवं देह दान करने के घोषणा फार्म भी भरवाए गए।
समिति के सचिव भारत भूषण चुघ ने उपस्थित लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि मृत्यु पूर्व नेत्रदान की घोषणा कर हम मरणोपरांत समाज में नेत्रहीन लोगों की आंखों को रोशनी प्रदान कर सकते हैं। यह मृत्यु पूर्व किया गया पुण्य कार्य है। उन्होंने बताया कि मृत्यु उपरांत छः घंटे के भीतर आंख का कार्निया निकालकर 72 घंटे के भीतर उसका प्रत्यारोपण करना आवश्यक होता है। उन्होंने बताया कि समिति के माध्यम से अब तक तमाम नेत्रहीन लोगों के नेत्रों को कार्निया प्रत्यारोपण के द्वारा रोशनी प्रदान की जा चुकी है। श्री चुघ ने कहा समिति द्वारा पूर्व में जनहित के कार्यों के मद्देनजर गरीब परिवार की कई लड़कियों का विवाह कराया गया। वहीं विद्यालयों में गरीब परिवार के बच्चों की हर संभव की जाती रही है। श्री चुघ ने बताया कि समिति अध्यक्ष जगतार सिंह गिल, संरक्षक बलदेवराज छाबड़ा, सीताराम अरोरा, प्रचार सचिव कैलाश गिरी व संगठन सचिव उमेश कुमार सिंह सहित सभी पदाधिकारी व सदस्य हमेशा जनसेवा के कार्य के प्रति समर्पित रहते हैं। इस मौके पर सीताराम अरोरा एनएल गंगवार, जगतार सिंह गिल, पंकज खेड़ा, किशोर अरोरा, बल्देव राज छाबड़ा, हेमंत कटारिया, उमेश कुमार सिंह, जितेंद्र शर्मा, राजेन्द्र खंडूजा, कैलाश गिरी, मंजुला मिश्रा, आशा रानी, किरन छाबड़ा, जसविंदर कौर, कैलाश बिष्ट, सोमा, माया, रेखा, अन्नू यादव, मंजू बिष्ट, ऊषा छाबड़ा, सरिता खंडूजा, कमलेश सचसेवा, ममता कालड़ा, मन मोहन सिंह, मो.जाहिद, प्रदीप सहगल, दीपिका गांधी, अश्वनी बेदी, सुभाष बठला, हरीश ग्रोवर, मिथलेश, नीरू, सुरेश चंद व परशुराम सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।