रुद्रपुर नगर निगम की खराब रैंकिंग पर निवर्तमान मेयर रामपाल पर नगराध्यक्ष शर्मा ने साधा निशाना।
कहा कि रूद्रपुर को इंदौर का दावा हुआ खोखला साबित, पांच साल में रुद्रपुर को किया बर्बाद।
रुद्रपुर। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने सफाई के मामले में रूद्रपुर की खराब रैंकिंग के लिए निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मेयर का रूद्रपुर को इंदौर बनाने का दावा खोखला साबित हुआ है। उन्होनंे आरोप लगाया कि निवर्तमान मेयर ने रूद्रपुर को पांच साल में बर्बाद करने का काम किया हैं। हालत यह है कि सफाई के मामले में रूद्रपुर नगर निगम प्रदेश में सबसे निचले पायदान पर है। इसकी कीमत आगामी निकाय चुनाव में भाजपा को चुकानी पड़ेगी।
प्रेस को जारी बयान में महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कहा कि निवर्तमान मेयर रामपाल ने पांच साल में नगर निगम को लूटने खसोटने का काम किया है। उनका पूरा कार्यकाल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। पूरे पांच साल तक वह कुछ लोगों को कठपुतली बने रहे जिसके चलते रूद्रपुर का विकास ठप हो गया। रूद्रपुर को इंदौर बनाने का दावा करने वाले मेयर रामपाल करोड़ो खर्च करने के बाद भी पांच साल में कूडे के पहाड़ से भी मुक्ति नहीं दिला पाये। निवर्तमान मेयर की गलत नीतियों के चलते ही आज सफाई के मामले में रूद्रपुर निगम देश में 417वें नंबर पर है। जबकि प्रदेश में नगर निगम आठवें स्थान पर आया है। यह शर्मनाक स्थिति है। औद्योगिक नगरी के रूप में पहचान रखने वाले रूद्रपुर में सफाई व्यवस्था बिल्कुल चौपट है। कूड़े के पहाड़ को हटाना तो दूर शहर में जगह जगह कूड़ा घर बना दिये हैं। सड़कों पर जगह जगह गंदगी है। नगर निगम के शौचालयों की हालत खस्ता है। कल्याणी नदी को पुनर्जीवित करने का दावा भी खोखला साबित हुआ हैं। कल्याणी नदी गंदंे नाले में तब्दील हो चुकी है। शहर में अन्य नाले नालियों का भी बुरा हाल हैं। मलिन बस्तियों में निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बरसात में जलभराव का खामियाजा पूरे शहर को भुगतना पड़ता है। जरा सी बारिश में भी घरों और दुकानों में जलभराव होना आम बात है। सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं होने के चलते शहर में आये दिन बिमारियां फैलती है और लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। कहने को नगर निगम ने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन योजना चलाई है यह भी मात्र दिखावा बनकर रह गयी हैं। कई बस्तियों में कूड़ा वाहन पहुंचते ही नहीं। कई वार्डों में सप्ताह में एक दो दिन ही कूड़ा कलेक्शन के लिए वाहन पहुंचे हैं जबकि चार्ज पूरे महीने का वसूल किया जाता है।
महानगर अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि पांच साल में विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारना तो दूर मेयर सबसे जरूरी सफाई व्यवस्था को भी पटरी पर नहीं ला पाये। मुख्यमंत्री या किसी वीआईपी के आगमन पर ही नगर निगम सफाई करता नजर आता है। उसके बाद स्थिति फिर ढाक के तीन पात हो जाती है। श्री शर्मा ने कहा कि नगर निगम करोड़ों रूपये हाउस टैक्स और अन्य मदों में वसूल करता है। इसके बावजूद शहर शहर की सफाई व्यवस्था ढर्रे पर नहीं लौट पायी है। मेयर की लापरवाही का ही नतीजा है कि आज भी शहर में लोग सूखा-गीला कूड़ा एक साथ नहीं देते हैं। पूरी सफाई व्यवस्था भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर रह गयी है। श्री शर्मा ने कहा कि मेयर की नाकामियों को आगामी निकाय चुनाव में कांग्रेस जनता के बीच ले जायेगी और भाजपा की पोल खोलेगी। उन्होंने कहा कि शहर को बदहाली के कगार पर ले जाने वाली भाजपा को जनता के सामने बेनकाब किया जायेगा।