पार्ट 02 – तो क्या ? लालपुर में आम के पेड़, शीशम व सागौन पेड़ कटवाने में खेत मालिक की भूमिका अहम??
रुद्रपुर। विदित हो कि विगत 22 मार्च को काटे गए फलदार आम, सागौन व शीशम के पेड़ो के मामले में सम्बंधित विभागों की भूमिका काफी संदिग्ध नजर आई तो दुसरी ओर खेत मालिक की भूमिका भी काफी संदिग्ध लग रही है? लगभग एक सप्ताह से अधिक का समय बीतने के बाद अब कुम्भकर्णीय नींद से जगा जब चिड़िया चुंग गई खेत? आखिरकार सम्बंधित विभाग चोरी से पेड़ कटवाने वाले व उनको संरक्षण देने वालों पर कार्यवाही करने से क्यों बचता हुआ नजर आ रहा? या फिर महज कुछ जुर्माना डालकर इतिश्री कर लेता है? जिसके चलते इन लकड़ी तस्करों के हौसले दिन व दिन बुलंद होते नजर आ रहे है। जल्द ही इस मामले में कुछ ओर भी खुलासे किए जाएंगे।
जैसा कि आप को बताते चले लालपुर चौकी से लगभग 500 मीटर दूरी पर स्थित श्मशान घाट के पास पवन प्रकाश चन्द्रा पुत्र अरुण चन्द्रा निवासी लालपुर खाता संख्या 193 खसरा नम्बर 427/2 रकबा 1.270 है। जिसमें आम के पेड़ों का बगीचा है जिसमे फलदार आम के पेड़ समेत अन्य पेड़ लगे हुए थे। मगर इनमें से 20 पेड़ो को परमिशन लेकर काट दिया गया था मगर काफी संख्या में पेड़ बच गए थे।मगर विगत 22 मार्च को बौर से लदे हुए आम के पेड़ों, शीशम व सागौन के पेड़ो को बिना परमिशन के काट दिया। कुछ लोगो द्वारा इस मामले को सम्बंधित विभागों को अवगत कराया गया। मगर सम्बंधित विभाग टाल मटोल करते रहे। इस मामले में तहरीर भी सौपी गई मगर कोई रिजल्ट सामने नही आया। वो एक ठेकेदार द्वारा, मगर खेत स्वामी शांत रहे? खैर, ऐसे में जब ये मामला सुर्खियों में आया तो सम्बंधित विभाग जगा तब “जब चिड़िया चुंग गई खेत? जो सम्बंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहे है?
तो वही दूसरी ओर खेत मालिक की भूमिका भी काफी संदिग्ध नजर आ रही है। जानकारी के मुताबिक यह जमीन रुद्रपुर के चर्चित बिल्डर को बेच दी गई। जिसमें आड़े यह आम का बाग आ रहा था। जिसकों कटवाने के लिये खेत स्वामी ने पहले किसी ठेकेदार से सौदा किया बाद में किसी और ठेकेदार से। इनको इतनी जल्दी थी दूसरे ठेकेदार से बिना परमिशन के ही सब पेड़ काटवा डाले? जो अपने आप मे खेत मालिक को भूमिका पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है। बरहाल अभी इस मामले में कल ओर भी खुलासा करेंगे कि इस खेत मे कितने पेड़ कौन कौन से फलों के थे कितने काटे गए और कितने गायब हुए? कल बताएंगे इस राज को सरकारी कागज कैसे हुआ इसमें खेला?
वही इस मामले में अगर खेत स्वामी का कोई भी पक्ष होगा या रखेंगे तो उसको भी प्रमुखता से छापा जायेगा।
कल फिर पढ़िए :- खेत स्वामी ने किसको दिया ठेका, किसने काटा आम का बाग, खसरे में कितने है पेड़, मौके पर है कितने पेड़, किस बिल्डर ने खरीदी है जमीन, कौन है ये खेत स्वामी, खेत स्वामी ने आखिर क्यों नही करवाई आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही ?