प्लाज्मा बैंक खोलने समेत जनहित के मुद्दों को लेकर कांग्रेसी नेता पनेरू ने तहसील में दिया धरना।
एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी के भेजा ज्ञापन, तीन दिन में मांगे पूर्ण न होने पर डीएम कार्यालय पर धरना देने दी चेतावनी।
किच्छा। कोरोना के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए रुद्रपुर में प्लाज्मा बैंक खोलने एवं किच्छा में वेंटिलेटर सुविधा शुरू कराए जाने की मांग समेत अन्य मांगों को लेकर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश पनेरू ने तहसील प्रांगण में सांकेतिक धरना देने के बाद उप जिलाधिकारी किच्छा के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भी प्रेषित किया।
सोमवार को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी महामंत्री हरीश पनेरू अपने समर्थकों को साथ लेकर कोविड की गाइड लाइन का पालन करते हुए किच्छा तहसील पहुंचे जहां उन्होंने अपनी मांगों के लेकर सांकेतिक धरना दिया तथा बाद में जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौपा। ज्ञापन में अवगत कराते हुए कहा कि जनहित में निम्न समस्याओं का निवारण करने की कृपा करें। जिसमे किच्छा सूरजमल कॉलेज में बने कोविड सेंटर को पूर्ण रूप से विकसित किया जाए जिसमें 25 वेंटिलेटर, एम आर आई, सीटी स्कैन सहित विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात किए जाएं जिससे किच्छा की जनता को हो रही परेशानी से छुटकारा मिल सके क्योंकि वर्तमान समय में सूरजमल कोविड सेंटर में गंभीर कोरोना मरीजों के इलाज के हिसाब से कोई भी व्यवस्था नहीं है जिसकी ज्यादा आवश्यकता है।
बाईट – हरीश पनेरू – वरिष्ठ कांग्रेसी नेता
2- पूरे उधम सिंह नगर जिले में प्लाज्मा बैंक की व्यवस्था न होने से प्लाज्मा देने वाले लोगों को हल्द्वानी जाना पड़ता है जिसमें काफी असुविधा होती है। इसके साथ-साथ समय भी काफी लग जाता है जिससे रोगी को समय पर प्लाज्मा मिलने में परेशानी होती है।
3- उधम सिंह नगर जिले में इस समय तमाम जांच केंद्रों में मरीजों की भारी भीड़ लगी रहती है जिसमें जांच कराने वाले एम आर आई, सिटी स्कैन, एक्सरे सहित तमाम लोगों में विभिन्न प्रकार की जांच करवाने के लिए लोगों की कतार लगी रहती है। इसलिए जांच केंद्रों पर मरीजों की संख्या को देखते हुए जांच केंद्र द्वारा मनमाना पैसा वसूला जा रहा है जिसको मजबूर होकर जनता दे तो देती है लेकिन मनोविज्ञान दृष्टिकोण से अपने को लूटा हुआ मानती है। इसलिए सभी जांचों की कीमतों का निर्धारण कर उसकी समय-समय पर जांच कर निगरानी आवश्यक है।
4- पूरे जिले में जो भी प्राइवेट अस्पताल कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं उसका खर्चा राज्य सरकार से उठाने का अनुरोध किया जाए क्योंकि कई गरीब परिवार पूरा घर बेच कर अपने परिजनों का प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। ना तो पैसा ही बच पा रहा है और ना ही मरीज। देखने में आया है कि कुछ प्राइवेट अस्पतालों के द्वारा शवों को देने से भी इंकार कर दिया जाता है जब तक की वे मनमानी रकम वसूल नहीं लेते। इसलिए कोरोना मरीजों का इलाज राज्य सरकार उठाएं।
5- पूरे जिले में स्थित समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर वहां की मांग के अनुसार कोरोना मरीजों के लिए निशुल्क एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए जिससे मरीजों को एंबुलेंस के लिए इधर से उधर न भटकना पड़े।
6 – पूरे जिले में कोरोना के इलाज में दिए जाने वाली दवाइयों की समुचित व्यवस्था की जाए जिसमें विशेष तौर से ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जाए एवं इलाज में प्रयोग की जाने वाली रेमेडीसविर, विटामिन-सी सप्लीमेंट्स सहित अन्य जो दवाइयां उसके प्रयोग में लाई जाती हैं उसकी संपूर्ण व्यवस्था की जाए। उक्त व्यवस्थाओं को तत्काल प्रभाव से जनहित में पूरा करना अति आवश्यक है क्योंकि जनता परेशान है तथा टकटकी लगाए सरकारों एवं जिला प्रशासन की ओर देख रही है। ऐसे में मैं अपना दायित्व समझते हुए उक्त समस्याओं को तत्काल प्रभाव से 3 दिन के अंदर ठीक किया जाए अन्यथा में 3 दिन बाद जनहित में कलेक्ट्रेट परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को बाध्य होऊंगा क्योंकि जनता हित सर्वोपरि है। इस दौरान भुवन अवस्थी, पूर्व सभासद कलावती, प्रेमवती, तस्लीम रजा, अतुल पाल आदि मौजूद थे।