मेट्रोपोलिस सिटी द्वारा प्लाट बेचने नाम की जा रही धोखाधड़ी के खिलाफ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी परिषद दिया धरना।
कई बार वार्ता के बाद भी नतीजा बाद ढाक के तीन पात, भारी नाराजगी।
रुद्रपुर।मेट्रोपोलिस सिटी के अंदर-बाहर सुपरटेक के द्वारा स्थानीय, बाहर से आए हुए लोगों के साथ फ्लैट बिला, प्लाट बेचने के नाम पर बार-बार धोखाधड़ी की जाती रही है। मेट्रोपोलिस के उपभोक्ताओं का लगभग 6.30 करोड़ जो सुपरटेक ने मेट्रोपोलिस की सोसाइटी एम आर डब्ल्यू ए को हैंड ओवर के समय देनी थी नहीं दी गई है। मेट्रोपोलिस के अंदर ग्रीन बेल्ट का मुद्दा भी कई बार उठा लेकिन अफसरों की मिलीभगत से हर बार मेट्रोपोलिस वासियों को ठगा गया। जिसके विरोध में आज उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद के बैनर तले प्रदर्शन किया।
गेट नंबर 1 पर चल रहे आमरण अनशन मेट्रोपोलिस की मातृशक्ति ने बढ़ चढ़कर भाग लिया था। केंद्रीय अध्यक्ष अवतार सिंह ने बताया की शासन प्रशासन की मध्यस्थता से जिन मांगों के बारे में सहमति बनी थी बिल्डर्स के द्वारा अपने धन व बल का प्रयोग करते हुए मेट्रोपोलिस वासियों के अंदर निराशा का माहौल उत्पन्न किया गया नंबर 1 गेट को सिडकुल प्राधिकरण के जिम्मेदार कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभगत से बेच दिया गया है भू माफिया सोसाइटी पर बार-बार दबाव बनाकर नंबर 1 गेट को छोटा करने का प्रयास कर रहे हैं उसके साथ साथ ग्रीन बेल्ट में सुपरटेक के द्वारा बिल्डिंगों का निर्माण कर ऊंचे दामों पर स्थानीय व बाहर के लोगों को बेचा गया केंद्रीय अध्यक्ष अवतार सिंह ने बताया कि मेट्रोपोलिस सिटी में सिडकुल के अधिकारी व कर्मचारी के साथ-साथ उत्तराखंड के मूल निवासी निवास करते हैं उत्तराखंड की मूल अवधारणा के विपरीत सुपरटेक कार्य कर रहा है मेट्रोपोलिस मॉल के संदिग्ध गतिविधियां मेट्रोपोलिस सिटी का माहौल खराब कर रही है एमआरडब्ल्यू के अध्यक्ष देवेंद्र शाही ने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए मेट्रोपोलिस को बचाने हेतु गुहार लगाई है शासन प्रशासन व बिल्डर्स को भी अनगिनत बार वार्ता व ज्ञापन भी प्रेषित किया गया मगर नतीजा ढाक के तीन पात ही निकला। उपरोक्त धरना प्रदर्शन में प्रधान संघ अध्यक्ष पति एवं उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद के महासचिव प्रधान संघ अध्यक्ष दीपा कांडपाल ने सभी प्रधानो का समर्थन दिया।