लो फिर जनपद में नज़र आई अफ़सरशाही, अपनी ही सरकार में धरने पर बैठना पड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष पति व सदस्य को!!
सभी ने एक स्वर में दी सामुहिक इस्तीफे देने बात, डीएम के खिलाफ लाया जायेगा निंदा प्रस्ताव।
रुद्रपुर। प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी द्वारा सत्ता संभालने के बाद साफ लफ्जो में कहा गया कि उनके कार्यकाल में अफसरशाही बिल्कुल हावी नही होगी, मगर ऊधम सिंह नगर में फिर अफसरशाही हावी होती हुई नजर आ रही है, ऐसा ही कुछ नज़ारा देखने को मिला आज जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में। जहाँ बैठक में कोई अधिकारी न पहुंचा तो जिला पंचायत के 35 सदस्यों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना दे दिया। कई घण्टे बीतने के बाद डीएम महोदया बाहर नही निकली। जिसके बाद सभी का पारा चढ़ गया गया।। इसी बीच जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार के पति सुरेश गंगवार ने मुख्यमंत्री से वार्ता की। मगर इसके बाद भी डीएम अपने दफ़्तर से बाहर नहीं निकली। आक्रोशित जिला पंचायत सदस्यों ने एक स्वर में सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। साथ ही सभी सदस्यों ने डीएम राजगुरु के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने के साथ ही उनके स्थानांतरण को लेकर शासन को पत्र लिखने की बात कही।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों का कहना था कि जिले में जो प्रस्ताव आए हैं वह बोर्ड बैठक की सहमति से नहीं लिए गए थे तथा कोई अधिकारी भी किसी बैठक का हिस्सा नहीं बनते। आज भी बैठक में कोई अधिकारी न पहुंचने से गुस्साए सदस्यों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार करते कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दे पर बैठ गये। सदस्यों का आरोप लगाते हुए कहा कि जिला योजना का बजट साफ हो गया है जिसके चलते अधिकारी बैठक से बच रहे हैं तथा अब अफसरशाही को अब किसी भी दशा में बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
बाईट – सुरेश गंगवार, भाजपा नेता एवं जिप अध्यक्ष पति
वही जिला पंचायत अध्यक्ष के पति एवं भाजपा नेता सुरेश गंगवार ने दो टूक में साफ़ कह दिया कि अगर अफसरशाही यूँही हावी रही तो सभी जिला पंचायत सदस्य सामूहिक इस्तीफे को बाध्य हो जायेंगे।
बाईट – सदस्य – जिलापंचायत
उधर धरने की सूचना मिलते ही रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल, एडीएम जगदीश कांडपाल, एसडीएम विशाल मिश्रा समेत अन्य अधिकारी जिला पंचायत सदस्यों को मनाने में लगे रहे मगर सदस्यों ने बात न मानते हुए धरना जारी रखा। इसके बाद सभी सदस्यों ने डीएम राजगुरु के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने के साथ ही उनके स्थानांतरण को लेकर शासन को पत्र लिखने की बात कही।