सामिआ बिल्डर्स को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है : चमन सिंह
कहा कि कालोनी में कतिपय लोगो द्वारा एक गैरकानूनी सोसायटी बना कर कंपनी के खिलाफ लोगो को रनिंग एक्सपेंसेस न देने के लिये भड़काया जा रहा है।
रुद्रपुर। सामिआ लेक सिटी आवासीय कालोनी के विरुद्ध झूठे,बेबुनियाद और तथ्यों से परे आरोप सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया के माध्यम से लगा कर कंपनी की छवि को धूमिल किया जा रहा है। यह बात पत्रकारों से बात करते हुए कार्यवाहक प्रबंधक चमन सिंह ने कही।
उन्होंने कहा कि कालोनी में कतिपय लोगो द्वारा एक गैरकानूनी सोसायटी बना कर कंपनी के खिलाफ लोगो को रनिंग एक्सपेंसेस न देने के लिये भड़काया जा रहा है। जबकि वास्तविकता यह है कि कालोनी में सुरक्षा,गार्ड,बिजली स्ट्रीट लाईट, पम्प हाउस, सफाई कर्मियों, पार्क के रख रखाव के लिए माली इत्यादि के कार्य रेजिडेंट्स से ही रनिंग एक्सपेंसेस लेकर सुविधाये प्रदान किये जाने का प्राविधान है, अन्य कंपनियों द्वारा भी डेढ़ रूपये से लेकर दो रूपये प्रति स्क्वॉयर फिट की दर से रनिंग एक्सपेंसेस लिये जाते है।
बाईट – चमन सिंह – कार्यवाहक प्रबंधक
चमन सिंह का कहना है कि वर्ष 2011 से लेकर जून 2018 तक रनिंग एक्सपेंसेस का कुल 6,14,72,000/- (छ: करोड़ चौदह लाख बहत्तर हज़ार) रूपये तथा जुलाई 2018 से लेकर जून 2021 तक 2,39,16,000/- रूपये कंपनी द्वारा स्वयं वहन किया गया है। चमन सिंह का कहना है कि वर्ष 2018 में रेजिडेंट और कंपनी के मध्य आम सहमति बनी थी कि पचास पैसे प्रति स्क्वायर फिट के अनुसार रहने वाले रेजिडेंट से रनिंग एक्सपेंसेस की राशि ली जायेगी। कुछ लोगो द्वारा शुरू में रनिंग एक्सपेंसेस राशि दी गई, जो लगभग 5 लाख 10 हज़ार रूपये की नाममात्र राशि है। रेजिडेंट पर जुलाई 2018 से लेकर जून 2021 तक एक करोड़ पैतालिस लाख रूपये की धनराशि बकाया है। इसके बाद में रेजिडेंट्स ने रनिंग एक्सपेंसेस राशि देना बंद कर दिया। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर आने से कंपनी का कार्य लॉकडाउन में बंद था। उनका कहना है वर्तमान में कंपनी फ्री में रेजिडेंट को बिना रनिंग एक्सपेंसेस के कैसे सुविधाये प्रदान कर पायेगी ? कार्यवाहक प्रबंधक का कहना है कि जब रेजिडेंट्स से रनिंग एक्सपेंसेस की मांग की गई तो सांस्कृतिक व अन्य कार्यो के लिये बनाई गई सोसायटी ने कंपनी के विरुद्ध रेजिडेंट को भड़काना शुरू कर दिया और झूठे आरोप लगा कर रनिंग एक्सपेंसेस राशि को रुकवा दिया। उनका यह भी कहना है कि दस साल के फिक्स मेंटेनस को लेकर भी लोगो के बीच भ्रांतिया फैलाई जा रही है,जब कि उक्त मेंटेनस रोड निर्माण,सेफवार लाईन,बिजली व्यवस्था,नाली, वाटर प्रूफिंग,पेंट एवं अन्य टूटफूट के कार्यो के लिए लिया जाता है। उसका सर्विसेस चार्ज से कोई लेना देना नहीं है। चमन सिंह का यह भी कहना है कि रनिंग एक्सपेंसेस के लिये रेरा के निर्देशानुसार कंपनी द्वारा जब आरडब्ल्यूए गठन की कार्यवाही के लिये आवेदित किया वो कंपनी की बिना अनुमति और बिना अनापत्ति के सामिआ लेक सिटी के नाम दुरूपयोग कर बनाई गई कतिपय सोसायटी द्वारा आरडब्ल्यूए गठन में अड़ंगा लगाया जा रह है। जबकि इनको कंपनी के नाम से रेजिडेंट वेलफेयर सोसायटी बनाने का कोई अधिकार नहीं है। कम्पनी के ट्रेंड मार्क और रजिस्टर्ड नाम के नाम का दुरूपयोग कर गैरकानूनी कार्य किया गया है। चमन सिंह का कहना है कि सामिआ लेक सिटी आवासीय कालोनी 76 एकड़ क्षेत्र में विकसित की जा रही है, जब कोई कालोनी विकसित की जाती है तो अविकसित निर्माणाधीन क्षेत्र में विकसिये कार्य नहीं किये जाते है। ऐसे क्षेत्र को मीडिया के माध्यम से दिखा कर कंपनी के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। कंपनी रेरा से स्वीकृत है तथा अभी निर्माणाधीन है। सोशल मीडिया पर गलत तथ्यों के आधार पर आमजन को गुमराह किया जा रहा है। कतिपय सोसायटी द्वारा रनिंग एक्सपेंसेस न देकर लोगो को कंपनी के खिलाफ भड़काया जा रहा है,जिससे यहां कार्य करने वाले कर्मचारी भयभीत है। उनमे असुरक्षा की भावना पनप रही है। साथ ही इससे कंपनी के कार्य भी प्रभावित हो रहे है।