मिट्टी परमिशन की आड़ में पोकलैंड मशीनों से गोला नदी में निकाला जा रहा है धड़ल्ले से रेत।
- सूत्रों की माने तो अवैध रूप से निकल रही रेत से अब तक सरकार को लग चुका है करोड़ो का चुना।
- सम्बंधित विभाग माफियाओं की ऊंची पहुँच के चलते नही कर पा रहे है सख्त कार्यवाही।
रुद्रपुर/किच्छा। ऊधम सिंह नगर जनपद के किच्छा में इस समय अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ पूरी तरह से सही साबित नजर आ रही है। किच्छा के थाना पुलभट्टा क्षेत्रान्तर्गत कुछ पट्टो को मिट्टी शाशन से मिट्टी उठाने की परमिशन मिली है। मगर मिट्टी परमिशन की आड़ में नदी में बड़ी बड़ी पोकलैंड मशीनों को डालकर जमकर रेत निकालने का काम जारी है। ऊंची पहुँच के चलते इन पर न तो पुलिस कार्यवाही करने को तैयार है और न ही राजस्व विभाग, इतना ही नही खनन विभाग भी पूरी तरह से हाथ पर हाथ रखे हुए बैठा हुआ है। जिस कारण इन माफियाओं हौसले बुलंद है और बिना किसी रोकटोक के धड़ल्ले से अपने कार्यो को अंजाम दे रहे है। जबकि अवैध खनन रोक पर खनन विभाग, राजस्व विभाग व पुलिस विभाग पूरी तरह से रोक लगा सकते है। मगर इस ओर इन तीनो विभागों का कोई ध्यान नही जा रहा है। जिस कारण यह माफिया नदी के अंदर पोकलैंड मशीनों गोला नदी का सीना छलनी करने में लगे हुए है तथा बड़े डंपरों में ओवर लोड रेता भरकर स्टोन क्रेशरों पर डाल रहे है।
सूत्रों की माने तो वही मिट्टी परमिशन सतुइया कोठी की तरफ की है तथा सीमांकन भी वही का है। मगर अवैध रूप से नदी में पुल बनाकर दूसरी ओर से मिट्टी की आड़ में जोरो से दिन दहाड़े अवैध खनन किया जा रहा है जिसको मौके देखा जा सकता है। यह कार्य दो पूर्व प्रधानों व सितारगंज विधानसभा के लोगो द्वारा किया जा रहा है। जबकि मोके की स्थिति देखने के बाद भी प्रशासन पूरी तरह से मौन बैठा हुआ है।
वही सूत्रों की माने तो यह पट्टे सितारगंज व खटीमा से विधानसभा से जुड़े सत्ता पक्ष के कद्दावर नेताओं के करीबियों के बताए जा रहे। बरहाल अब यह तीनों विभाग अवैध रूप से नदी के अंदर पोकलैंड मशीनों को डालकर मिट्टी की परमिशन की आड़ में नदी से रेत निकाल रहे माफियाओं पर कार्यवाही करता है या नही यह तो अब आने वाला वक्त ही बताएगा। या फिर अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत सिद्ध होगी……(क्रमशः……….)