लेवर सप्लाई के नाम पर 08 करोड़ की कर (टैक्स) चोरी, मामला दर्ज कर विभाग ने की रिकवरी शुरू।
रुद्रपुर। कर (टैक्स ) चोरी पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा GST लागू किया गया था, मगर बाबजूद उसके लोग कर चोरी करने वाले बाज नहीं आते हैं, और आये दिन नए नए तरिके से कर चोरी कर लेते हैं…ऐसा ही एक मामला जनपद ऊधम सिंह नगर में कर चोरी करने का अजीब मामला देखने को मिला है, मामले में ज़ब GST अधिकारीयों ने छापा मारा तब फैक्ट्रीयों में लेवर सप्लाई के नाम पर लगभग 8 करोड़ की कर चोरी पकड़ी गयी है। कर चोरी मामले में 6 कम्पनीयों पर मामला दर्ज करते हुये चोरी किये गए कर (टैक्स) की रिकवरी शुरू कर दी है।
विदित हो कि ऊधम सिंह नगर के मुख्यालय रुद्रपुर एक इंडस्ट्रियल क्षेत्र है जिसमें सैकड़ो छोटे बड़े उद्योग स्थापित है। आयुक्त राज्य कर अहमद इकवाल के निर्देश पर अपर आयुक्त राकेश वर्मा, के निर्देशन में विशेष अनुसंधान शाखा रूद्रपुर द्वारा सिडकुल रूद्रपुर में मैन पावर सप्लायर फर्मों सहित औद्योगिक इकाईयों की लगातार जॉच की जा रही है। 3 महीनों से अधिक चली जॉच में कर चोरी करने वाली 6 मैन पावर सप्लायर फर्मों को चिन्हित किया गया। ज्वाइन्ट कमिश्नर द्वारा बताया गया कि यह फर्मे शुरू में सिडकुल में की जा रही मैन पावर सप्लाई पर 18 प्रतिशत से कैश में जीएसटी का जमा कर रही थी पर पिछले तीन वर्षों से ये फर्मे उत्तर प्रदेश की तीन फर्मों से फर्जी आईटीसी प्राप्त कर के भुगतान किये जाने वाले जीएसटी का समायोजन फर्जी आईटीसी से करके कर चोरी कर रही थी। डिप्टी कमिश्नर एसआईवी मो० इसहाक खान द्वारा गोपनीय जॉच पर उत्तर प्रदेश की तीन फर्मों द्वारा देश की अलग-अलग बन्द पड़ी कैन्सिल फर्मों से फर्जी आईटीसी जुटा कर इन फर्मों को उपलब्ध किया जाना पाया गया, जिससे अपर आयुक्त कुमाऊ राकेश वर्मा के नेतृत्व में ज्वाइन्ट कमिश्नर श्याम तिरूवा व डिप्टी कमिश्नर मो० इसहाक खान द्वारा कुमाँऊ भर के 18 अफसरों की 6 टीमों के साथ 6 फर्मों के व्यापार स्थलों में छापे मारे गये। 8 घण्टे चली कार्यवाही में कर चोरी से सम्बन्धित दस्तावेज, कम्प्यूटर आदि जब्त किये गये।
बाइट :- राकेश वर्मा – अपर आयुक्त कुमाऊ अपर आयुक्त
कुमाऊ राकेश वर्मा ने बताया गया, कि इन फर्मों की प्राथमिक जॉच पर 8 करोड की टैक्स चोरी प्रकाश में आयी है, इनसे मौके पर 18 लाख टैक्स जमा कराया गया तथा शेष टैक्स, व ब्याज जमा करने के लिए फर्मों ने दो सप्ताह का समय मांगा है। फर्मों से जब्त अभिलेखों, कम्प्यूटर, मोबाइल आदि की जॉच के बाद टैक्स वसूली के साथ-साथ अर्थदण्ड की कार्यवाही की जायेगी।