क्या? निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार ठुकराल भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा पर भारी!
- भाजपा प्रत्याशी ने नही लड़ा अभी तक कोई बड़ा चुनाव, लोगो मे भारी नाराज़गी।
- लोकप्रियता के मामले में निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार ने भाजपा प्रत्याशी को पछाड़ा।
- कांग्रेस प्रत्याशी मीना भी भाजपा प्रत्याशी पर भारी पड़तीं हुई आ रही है नजर।
- लोगों में चर्चा का केंद्र – राजकुमार व मीना में होगा मुकाबला।
मुमत्याज़ अहमद/एडिटर।
रुद्रपुर। भाजपा से टिकट कटने के बाद बागी हुए निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार ठुकराल लगातार केआक्रामक रूप अपनाए हुए है। सूत्रों की माने जिस तरह से राजकुमार अपना आक्रामक रूप अपनाए हुए उससे तो सीधे तौर पर नुकसान भाजपा प्रत्याशी को होता दिखाई दे रहा। क्योंकि इस बार भाजपा प्रत्याशी शिव की राह आसान नजर नही आ रही है। लोगो मे चर्चा का विषय है कि भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा ने कोई चुनाव नही लड़ा है और न ही चुनाव लड़ने का अनुभव है तथा लोगो मे पकड़ भी मजबूत नही है।
संगठन ने जिम्मेदारी दी थी वस वही एक अनुभव है। ऐसे में उनके समक्ष लगातार डिग्री कालेज का चुनाव जीते 4 बार, भाजपा पार्षद के चुनाव में जीत, बाजार के पार्षद के रूप में, रुद्रपुर नगर पालिका चेयरमैन के पद पर जीतने वाले व दस साल के निवर्तमान विधायक राजकुमार ठुकराल उनके समक्ष है जो कही न कही एक चुनोती से कम नही। वही आप को बताते चले कि राजकुमार ठुकराल पिछले 1982 से लगातार चुनाव लड़ते आ रहे है जिसमे वह विजयश्री हासिल करते आ रहे है। राजकुमार ठुकराल हमेशा ही जनता के बीच तथा रुद्रपुर विधानसभा में अपनी मजबूत पकड़ रखते है। कही न कही भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा पर भारी पड़ते हुए नजर आ रहे है। तो वही भाजपा से टिकट कटने ले बाद वह लगातार भाजपा जिलाध्यक्ष व प्रत्याशी पर हमलावर है उन पर संगठन कल कमजोर करने का आरोप, पार्टी कार्यकर्ताओं को छोड़ने समेत कई आरोप लगा चुके है। खैर कही न कही भाजपा प्रत्याशी को यह सीट भाजपा के पाले में लाना आसान नजर नही आ रहा है। वह सिर्फ संगठन के सहारे है तथा अपनी कोई मजबूत पकड़ नही है। तो वही दूसरी ओर बंगाली समुदाय में भी भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। जो एक बड़ा तबका भाजपा को वोट करता था वह भी इस बार काफी नाराज देखने को मिल रहा है। तो दूसरी ओर महिला प्रत्याशी कांग्रेस की मीना शर्मा भी मैदान में डटी हुई है। जो खुद पूर्व में रुद्रपुर नगर पालिका अध्यक्ष के पद का चुनाव लड़कर विजयी हुई तथा अपना पूर्ण कार्यकाल बिताया तथा तब से लोगो के बीच मजबूत पकड़ बनाये हुए है। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी के सामने बड़ी चुनौती सामने है।