कुछ दिनों पूर्व लोहिया मार्केट रहती थी गुलजार, आज वहां गरजी जेसीबी।
- दुकानें तो ध्वस्त हो गई मगर व्यापारियों की आँखों मे भरे है आंसू।
- सैकड़ो से अधिक दुकानों से चलती थी कई परिवारों की जीविका।
रुद्रपुर। भले ही इस माह के आख़िर में रामनगर में होने वाली जी-20 बैठक को लेकर रुद्रपुर को साफ सुथरा बनाने की कवायद के सिलसिले में जुटे जिला प्रशासन के बुलडोजरो ने आज एन.एच 87 के किनारे पर स्थित लोहिया मार्केट में सौ से अधिक दुकानों को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। मगर आज उन सभी व्यापारियों की आँखे आंसुओं से भरी हुई है, क्योंकि उनकी जीविका इन्ही दुकानों से चलती थी। पिछले कुछ दिनों से पूर्व इस जगहों पर गुलज़ार हुआ करता था मगर आज सिर्फ वहां मलबा नजर आया।
आप को बताते चले कि एक सप्ताह पहले एन.एच.आई ने लोहिया मार्केट के व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस दे दिया था, जिसके बाद से ही व्यापारी अपनी दुकानें बंद करके प्रशासन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। इन व्यापारियों को कांग्रेस के नेताओ, पूर्व विधायक, मेयर आदि नेताओं ने अपना समर्थन दिया तथा आंदोलन में सहभागिता भी की थी।
व्यापारीयो ने लोहिया मार्केट को बचाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खून से लिखकर पत्र भेजने के साथ-साथ थाली बजाने, धरना प्रदर्शन जैसे कदम भी उठाए लेकिन विरोध का कोई नतीजा नहीं निकला। पुलिस प्रशासन ने गुरुवार देर रात दुकानें तोड़ने की मुनादी करने के साथ ही डीडी चौक से इंद्रा चौक तक धारा 144 भी लागु कर दी थी।
जिसके बाद व्यापारियों ने रात को ही दुकानें खाली करनी शुरू कर दी थी। आज सुबह 7 बजे से ही जिला प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन ने अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया।मगर प्रशासन ने इससे पहले प्रशासन ने विरोध की संभावना के चलते पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा, कांग्रेस नगर अध्यक्ष जगदीश शर्मा, विधायक प्रतिनिधि गौरव बेहड़, संजय ठुकराल सहित कई व्यापारियों को हिरासत में लेकर पंतनगर थाने में भेज दिया।
।उधर, आज सोशल मीडिया पर भी व्यापारियों दुकानों को ध्वस्त किये जाने को लेकर गलत कहा जा रहा है तो कुछ लोग सत्ता पक्ष से जुड़े नेताओ को भी आड़े हाथों ले रहे, कि शहर में सत्ता पक्ष से जुड़े हुए चर्चित नेता इस पूरे प्रकरण से दूर है तथा इन व्यापारियों के हित में नही आये है।