स्कूल प्रबंधन पर दिखाई नेतागिरी, प्रबंधन ने सीईओ समेत एसएसपी से की लिखित शिकायत।
उठाई कार्यवाही की मांग, निजी स्कूल एसोसिएशन आया स्कूल प्रबंधन के समर्थन में समर्थन।
रुद्रपुर। कॉन्फ्यूलेंस स्कूल में फीस जमा करने केदौरान प्रिंसिपल के साथ अभिभावक के साथ आये उनके सहयोगी सभासद व एक अन्य द्वारा की गई अभद्रता के मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी समेत एसएसपी ऊधम सिंह नगर को शिकायती पत्र सौपा है। साथ ही इस मामले उचित कार्यवाही की मांग की है। वही इस मामले स्कूल एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन स्कूल को दिया है। साथ ही प्रबंधन ने सीईओ समेत एसएसपी से कार्यवाही के लिये लिखित शिकायत दी है। बताया जाता है जो अभिभावक है वह किच्छा क्षेत्र भाजपा में एक पदाधिकारी है।
स्कूल की ओर से मुख्य शिक्षा अधिकारी को सौंपे गए पत्र में विद्यालय की प्रिसिंपल मीनाक्षी खेत्रपाल ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए अभिभावकों से सिर्फ शिक्षण शुल्क जमा करने को कहा था, साथ ही उनकी सहूलियत के हिसाब से मासिक, त्रैमासिक, छमाही या सालाना शुल्क जमा करने तक के लिए आग्रह किया गया था । किसी पर भी नियत समय पर शुल्क जमा करने का दबाव नहीं डाला गया था और ना ही किसी से भी लेट फीस ली गई थी ।
गत दिनों विद्यालय की परीक्षाएं शुरू होनी थी। जिसको लेकर अभिभावकों से आग्रह किया था कि वह फीस जमा कर बच्चों के एडमिट कार्ड प्राप्त कर लें। इसी दौरान विगत 10 मार्च को अभिभावक भाजपा नेता हरीश खानबानी, किच्छा नगर पालिका के सभासद शोभित शर्मा कुछ साथियों को लेकर विद्यालय परिसर में आ गए और बिना अनुमति के प्रधानाचार्य कक्ष में घुस गए और ऊंची ऊंची आवाज में बातें करते हुए उनसे अभद्रता करनी शुरू कर दी। विद्यालय के स्टाफ ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी की बात सुनने से इंकार कर दिया। जिसके चलते प्रधानाचार्य अपने कक्ष से बाहर आ गई। उनका आरोप है कि उक्त लोग इतने आवेश में आ चुके थे कि वह प्रधानाचार्य पर हाथ तक उठा सकते थे। विद्यालय की डायरेक्टर साक्षी छाबड़ा का कहना है कि उनके ऊपर राजनैतिक दबाव बनाकर धमकाने की कोशिश की गई।
बाईट – डायरेक्टर साक्षी छाबड़ा
आरोप लगाया कि उनके पिता तिलकराज बेहड़ जो किच्छा से चुनाव लड़ने जा रहे के लिये भी सभासद शोभित शर्मा ने अपशब्दो का इस्तेमाल किया। साथ ही कहा कि अगर वे एक फोन कॉल दे तो बेहड़ उनके पैरों में आकर बैठ जाएंगे। उनका कहना है कि जब उक्त अभिभावक का बच्चा परीक्षा देकर आया तो उनसे पूछा गया तो बच्चे ने कहा कि वह अपनी परीक्षा से संतुष्ट है और अन्य बच्चों की तरह ही उससे बर्ताव किया गया है और उसका पेपर भी बहुत अच्छा गया है।
साथ ही बताया हरीश खानबानी द्वारा स्कूल में अध्ययनरत बच्चों का शुल्क कभी भी सही समय पर जमा नही किया गया है। पुराने लेजर से ज्ञात हुआ कि निष्ठा का वर्ष 2019-20 का बकाया जनवरी से मार्च का 12660 एवं वर्ष 2020-21 का अप्रैल तक लेकर अगस्त तक का आंशिक शुल्क इस वर्ष 14 सितम्बर को जमा हुआ है जो जनवरी 2020 में जमा हो जाना चाईये था। विद्यालय प्रबंधन का कहना है उन्होंने किसी भी अभिभावक से किसी प्रकार की भी अभद्रता नहीं की है और ना ही किसी बच्चे को परेशान किया है। इस पूरे मामले की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग उनके पास है। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी से कहा कि उक्त अभिभावक की शिकायत को खारिज किया जाए, ताकि विद्यालय परिसर का माहौल स्वच्छ रह सके।
उधर इसके बाद स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक में इस प्रकरण की भर्त्सना की गई। उनका कहना है कि अभिभावकों को स्कूल प्रबंधन से अभद्रता नहीं करनी चाहिए। निजी स्कूल एसोसिएशन स्कूल प्रबंधन के साथ है।
वही इस मामले में दूसरे पक्ष से सम्पर्क करने का प्रयास किया मगर सम्पर्क नही हो सका।