आरसी न काटने पर खनन विभाग पर मंडलायुक्त दीपक रावत ने जताई सख्त नाराजगी।
- जिला कार्यालय स्थित खनन पटल कार्यालय पहुंचे मण्डलायुक्त।
- उन्होंने कहा कि वसूली से सम्बन्धित फाईलें किसी भी दशा में डम्प न हों।
- खनन पटल पर तीन माह से अधिक समय से लम्बित फाइलों पर कार्यवाही न होने पर हुए सख़्त नाराज।
- मण्डलायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए खनन पटल का दायित्व अन्य कार्मिक को हस्तान्तरित कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।
रुद्रपुर। मंडलायुक्त दीपक रावत ने आज जिला कार्यालय स्थित खनन पटल का गहनता से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा ओसी कलेक्ट्रेट को निर्देश देते हुए कहा कि जहाँ से भी सरकार को पैसे की प्राप्ति होती हैं, उन सभी पटलों के कार्यों को बहुत ही ध्यान से देखा जाये।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जिन प्रकरणों में दण्डारोपितजुर्माना लगाया गया है, उन प्रकरणों में दण्डारोपित धनराशि तत्परता से वसूल की जाये। उन्होंने जुर्माना राशि जमा न करने वालों पर वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में एक भी आरसी न काटे जाने के कारण खनन विभाग पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि समय से आरसी जारी की जाये ताकि सरकार को समय से राजस्व की प्राप्ति हो सके।
उन्होंने खनन पटल पर तीन माह से अधिक समय से लम्बित फाइलों पर कार्यवाही न होने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए खनन पटल का दायित्व अन्य कार्मिक को हस्तान्तरित कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि वसूली से सम्बन्धित फाईलें किसी भी दशा में डम्प न हों। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि अच्छी प्रणाली विकसित की जाये और पिछले 10 वर्षों का अर्थदण्ड सम्बन्धित डाटा को वर्षवार व्यवस्थित किया जाये। उन्होंने खनन अधिकारी तथा उप जिलाधिकारी की संयुक्त निरीक्षण रिपोर्ट को भी संभालकर रखने के निर्देश दिये।
उन्होंने खनन सम्बन्धित डाटा व्यवस्थित करने के कार्य में उप निदेशक खनन लगाने के निर्देश दिये। इसके पश्चात मण्डलायुक्त ने उप निबन्धक कार्यालय का भी निरीक्षण किया और विभिन्न लेखा पत्रों की जांच की। इस दौरान जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व डॉ.ललित नारायण मिश्र, उप जिलाधिकारी प्रत्यूष सिंह, उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा, एआईजी स्टाम्प सुधांशु त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।