हिरासत से छूटकर गंगा में छलांग लगाने वाले केदार सिंह के मामले में जांच करने पहुंचे डीआईजी।
पीड़ित के परिजनों ने पुलिस पर लगाया उत्पीड़न का आरोप।
ऋषिकेश। पुलिस की हिरासत से छूटकर गंगा में कूदने वाले केदार सिंह के मामले में डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने अपनी जांच शुरू कर दी है। उन्होंने सबसे पहले जहां परमार्थ निकेतन में हुई चोरी के संबंध में कर्मचारियों और प्रबंधकों से पूछताछ की। वहीं लक्ष्मण झूला थाने पहुंचने के बाद उन्होंने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों से भी मामले की जानकारी ली।
डीआईजी ने दावा किया है कि जल्दी ही जांच पूरी कर मामले में दूध का दूध और पानी का पानी किया जाएगा। बता दें कि केदार सिंह को परमार्थ निकेतन में चोरी करने के आरोप में मुनी की रेती थाना पुलिस ने तपोवन से पकड़ा था। क्योंकि मामला लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र का था इसलिए मुनी की रेती थाना पुलिस ने केदार सिंह को संबंधित थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
बाइट- करन सिंह नगन्याल डीआईजी गढ़वाल रेंज
पुलिस के मुताबिक केदार सिंह थाने में पीआरडी के जवान को धक्का मारकर थाने से भाग गया। जिसका पीछा पुलिस ने किया। मगर केदार सिंह लक्ष्मण झूला पुल पर चढ़कर गंगा में कूद गया। तभी से केदार सिंह के परिजन पुलिस पर लापरवाही और उत्पीड़न करने का आरोप लगा रहे हैं। मामले में कोटद्वार के एडिशनल एसपी शेखर सुयाल ने अपनी जांच पूरी की है। जिसमें पीआरडी के जवान और थाने के हेड मुहर्रिर की लापरवाही सामने आई है। लेकिन डीजीपी अशोक कुमार ने मामले में उच्च स्तरीय जांच के लिए डीआइजी गढ़वाल को जिम्मेदारी सौंपी है।