स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित बॉलीबॉल प्रतियोगिता में पैरालम्पिक विजेता मनोज को आमंत्रित न करने पर जताई नाराज़गी।
प्रादेशिक बंगाली कल्याण समिति के सदस्यों ने खेल मंत्री को भेजा ज्ञापन।
रुद्रपुर। एक तरफ उत्तराखण्ड की सरकारें खिलाड़ियों के सम्मान में बड़ी-बड़ी बातें करती हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में ही अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों का अपमान किया जा रहा है। ताजा मामला रुद्रपुर का है यहां स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित नेशनल यूथ बॉलीबाल चैंपियनशिप के उद्घाटन अवसर पर शहर के पैरालंपिक विजेता मनोज सरकार को आमंत्रित नहीं किया गया। इससे खेल प्रेमियों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है।
इस मामले में प्रादेशिक बंगाली कल्याण समिति के सदस्यों ने खेल मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि अर्जुन अवार्डी मनोज सरकार के नाम से जिला मुख्यालय में स्टेडियम स्थापित है। इस स्टेडियम में 23वां नेशनल यूथ बॉलीबाल चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन आयोजन के मौके पर पैरालंपिक खिलाड़ी को न बुलाकर उनका अपमान किया गया है। कहा कि आयोजन के निमंत्रण पत्र में स्टेडियम का नाम मनोज सरकार स्टेडियम की जगह रुद्रपुर स्टेडियम लिखा गया है। समिति के पदाधिकारियों ने इसके लिए आयोजकों, जिला खेल अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि पैरालंपिक गेम्स में देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी मनोज सरकार का अपने ही शहर में अपमान किया जा रहा है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ज्ञापन में समिति के पदाधिकारियों ने इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। वहीं उन्होंने कहा कि साल 2020 में मनोज सरकार को द्वितीय श्रेणी राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति दिए जाने की घोषणा हुई थी जो अभी तक पूरी नहीं हुई है। उन्होंने इस घोषणा को पूरा करने की मांग भी खेल मंत्री से की है।