पार्ट 01 – लालपुर में फलदार पेड़ समेत शीशम व सागौन के पेड़ों के काटने के मामले में विभागों की भूमिका पर उठ रहे है सवालिया निशान?
रुद्रपुर। विगत 22 मार्च को काटे गए फलदार आम, सागौन व शीशम के पेड़ो के मामले में सम्बंधित विभागों की भूमिका काफी संदिग्ध नजर आ रही है? एक सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद अब कुम्भकर्णीय नींद से जगा जब चिड़िया चुंग गई खेत? आखिरकार कार्यवाही करने से क्यों बचता हुआ नजर आ रहा? जिसको लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है। जल्द ही इस मामले में कुछ ओर भी खुलासे किए जाएंगे।
आप को बताते चले विगत 22 मार्च को बिना परमिशन के आप को बताते चले कि लालपुर चौकी से लगभग 500 मीटर दूरी पर स्थित श्मशान घाट के पास पवन प्रकाश चन्द्रा पुत्र अरुण चन्द्रा निवासी लालपुर खाता संख्या 193 खसरा नम्बर 427/2 रकबा 1.270 है। जिसमें आम के पेड़ों का बगीचा है जिसमे फलदार आम के पेड़ समेत अन्य पेड़ लगे हुए थे। इसमें पूर्व में 20 पेड़ो की अनुमति लेकर पेड़ो का कटान कर दिया था मगर 15 पेड़ो के काटने को लेकर सम्बंधित विभाग को आवेदन किया गया था, मगर कुछ लकड़ी तस्करों ने सांठ गांठ कर दिन दहाड़े भारी मात्रा में बौर से लदे हुए लगभग 25 आम के फलदार पेड़ो के साथ साथ शीशम व सागौन के पेड़ों पर भी आरी चला दी। मगर काफी समय तक सम्बंधित विभाग हाथ पर हाथ रखे हुए बैठे हुए था। विभागों की इस कार्यप्रणाली सवालिया निशान उठ रहे है कि आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी है जो कि विभाग कार्यवाही करने क्यो बच रहा है?वही विभाग सूत्रों की मानें तो जब ये मामला सुर्खियों में आया तो सम्बंधित विभाग जगा तब “जब चिड़िया चुंग गई खेत? जो सम्बंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहे है?वही सूत्रों की मानें तो उक्त भूमि स्वामी ने अभी कुछ समय पहले अखबारों की सुर्खियां बटोर चुके एक कालोनी नाइजर को भूमि बेच दी है। जिस पर कालोनीनाइजर कालोनी काटने की फिराक में है। जल्द ही इस मामले में ओर भी खुलासा किया जाएगा।