स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवालिया निशान?
- निजी हॉस्पिटल की संचालिका ने महिलाओ के प्रसव की वीडियो बनाकर की गोपनीयता भंग, वीडियो बनाकर डाली यूट्यूव पर।
- संबंधित विभाग ने सख्त कार्यवाही करने की बजाय नोटिस जारी कर कर दी खानापूर्ति।
- अन्य अस्पताल होता तो शायद अब तक विभाग कर चुका होता सील और मुकदमा भी हो जाता दर्ज।
रुद्रपुर। ऊधम सिंह नगर जनपद के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर तमाम तरह के सवालिया निशान खड़े हो रहे है, हो भी क्यों ना? एक ओर स्वास्थ्य विभाग ऐसे फर्जी अस्पतालों पर तो कार्यवाही कर रहा है लेकिन जिन अस्पतालों की शिकायत विभाग में होने के बाद भी अस्पताल पर कोई सख्त कार्यवाही करने की हिम्मत तक नही जुटा पा रहा है। इसका जीता जागता उदहारण बाजपुर में देखने को मिल रहा है, मामला बाजपुर विधानसभा का है यहां शिवाये अस्पताल पर विभाग द्वारा कार्यवाही की जानी थी लेकिन विभाग ने नोटिस देने के अलावा कोई सख्त कार्यवाही अमल मे नही लाई गयी है, बल्कि कुछ दिन पूर्व अन्य जगह दो अस्पताल सील कर दिए गए। जिससे लोगो द्वारा स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है। सवाल उठने लाजमी हैं। आखिरकार शिवाय हॉस्पिटल बाजपुर पर स्वास्थ्य विभाग इतना मेहरबान क्यों? मामला संगीन होने के बाबजूद कार्यवाही में खानापूर्ति आखिर ऐसा क्यों? इस तरह के सवाल स्वास्थ्य विभाग पर उठना लाजमी हैं।
गौरतलब है की ऊधम सिंह नगर के बाजपुर क्षेत्र में एक मुन्नाभाई ने सारी हदे पार कर दीं और स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी होने के बाद भी किसी प्रकार की कोई सख्त कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। जबकि अन्य अस्पतालो पर स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही खूब हो रही है और तो उनको सीज भी कर दिया गया। मगर शिवाये नामक हॉस्पिटल में महिला प्रसव अति गोपनीय वीडियो बनाकर संचालिका द्वारा प्रसव की वीडियो बना अपने रूबी रामपाल नामक युटुब आई डी बनाकर उनकी वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल कर दी। इस मामले का सीएमओ ऊधम सिंह नगर को पूरी जानकारी होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की। इस पर कार्यवाही नहीं करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पर कोई बड़े सवाल खडे होते हैं। वही इस मामले सीएमओ से जानकारी ली तो पता चला कि संचालिका ने मध्यप्रदेश के एएनएम के सर्टिफिकेट लगा दिये है जबकि नियमानुसार जहाँ जिसको मेडिकल में कार्य करना होता है वहाँ पर स्वास्थ्य विभाग पंजीकरण में रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होता है। मगर इस तरह का कोई भी रजिस्ट्रेशन नही करवाया गया और मात्र 10 बेड के अस्पताल किसी एमबीबीएस के नाम से रजिस्ट्रेशन करवाकर जमकर वीडियो सोशल मिडिया पर डाली जा रही है।………. ( आगे पढ़िए कब हुआ रजिस्ट्रेशन और क्या हुआ स्वास्थ्य विभाग से नोटिस जारी )