राशन घोटाला :- गरीबों का राशन डकारने वालों से आखिर कब होगी रिकवरी?
- विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवालिया निशान?
- लोगो मे चर्चा अगर किच्छा में घोटाले कि जांच हुई है तो अन्य जगहों पर जांच क्यों नही?
- अगर जांच एसआईटी, सीबीआई से हो तो ऊधम सिंह नगर जनपद में निकलेगा अब तक सबसे बड़ा घोटाला!
मुमत्याज अहमद – एडिटर
किच्छा। करोना काल के दौरान केन्द्र सरकार की योजना को जमकर पलीता लगाया गया। आपदा के समय मे भी कुछ राशन डीलर अवसर कमाने में नही चुके ओर किच्छा ही विधानसभा में करोड़ो रूपये के राशन को चुना लगाते हुए डकार गए। मगर अभी तक इन सभी राशन डीलरों से वसूली नही हो पाई है जो कही न कही मिलीभगत का अंदेशा नजर आ रहा है।
आप को बताते चले कि देश मे करोना महामारी के समय लोगों ने भारी परेशानी का सामना किया था जिसमे कुछ ने अपनो को खोया तो किसी ने अपने रोजगार को खोया न जाने लोगो को किंतनी परेशानियों को सामना करना पड़ा। ऐसे में केन्द्र सरकार द्वारा मुफ्त राशन देने का ऐलान किया और सरकार ने इस योजना को धरातल पर उतारा तथासरकारों ने कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा न सोये तथा किसी भी तरह की खाने में दिक्कत न हो इसके लिये सरकार ने गरीबो की मदद के लिए राशन प्रदान किया था मगर किच्छा विधानसभा में कुछ कोटधारको ने इस आपदा के अवसर में उनके हक पर डाका डाल लिया और लगभग 3988 कुंतल राशन फर्जीवाड़ा करके डकार गए। जांच इस मामले में जांच हुई और 11 कोटधारको की भूमिका संलिप्त मिली। जिस इन सभी से एक करोड़ की रिकवरी के आदेश दिए गए। मगर इस करोड़ो की वसूली की कार्यवाही मानो एक ठंडे बस्ते में चली गई है?
जिसमें अमित कुमार से 23,84,645.31, नीरज कुमार से 19,74,304.97, राम कुमार से 17,09,042.97, श्यामसुंदर 9,26,562.06, हरजिंदर पाल से 8,90,165.62, सतीश कुमार से 5,97,053.36, मोहम्मद राशिद से 2,77,877.12 मनीष कुमार से 2,70,599.44, फरहान मलिक से 7,16,013.11, सतविंदर सिंह से 10,58,731.32, राजकुमार से 1,43,473.53 इतने रुपये की वसूली होनी है। वही दूसरी ओर लोगो मे चर्चा है कि जब किच्छा में जांच हो सकती है तो अन्य स्थानों पर भी जांच होनी चाहिए। जो कही न कही एक अब तक का बहुत बड़ा घोटाला सामने आयेगा। जांच भी एसआईटी या सीबीआई से होनी चाइये। कुल मिलाकर आपदा के समय मे अवसर मनाने वाले इन राशन डीलरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाइये। सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाइये की सरकार की योजनाओं को किस तरह से लूट खसोट करने वालो पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए। क्रमशः………इस मामले में अभी और भी खुलासे के लिये आगे पढिये।