पढ़िए ख़बर :- क्यों, पीआरडी जवान ने इंसाफ की लगाई गुहार।
अस्पताल संचालक पर लगाया धमकी देने का आरोप, जान के खतरे की भी जताई आशंका।
रूड़की। पत्नी की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई ना होने पर पीआरडी जवान ने मदद की गुहार लगाई है। वहीं कार्रवाई ना होने पर पीआरडी के जवानों को साथ लेकर धरना प्रदर्शन की भी चेतावनी दी गयी है। इसके साथ ही अस्पताल संचालक पर धमकी देने एवं उनसे जान के खतरे की आशंका भी जताई है।आपको बता दें कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के मुंडलाना गांव निवासी पीआरडी कर्मी मेघराज ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि बीते माह मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गई थी उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी की मौत का जिम्मेदार उक्त अस्पताल हैं वही उनके द्वारा मामले में मंगलौर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गई थी और शव का पोस्टमार्टम भी चिकित्सकों के पैनल द्वारा किया गया था लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है ना ही कोई कार्रवाई हुई है। पीआरडी कर्मी का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उसकी पत्नी की मौत हुई और तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की।
अब पीआरडी कर्मी अपने विभाग के साथियो के साथ मीडिया से मुखातिब हुए और आलाधिकारियों से इंसाफ की मांग की। इस दौरान पीआरडीकर्मी मेघराज ने बताया कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में उसकी गर्भवती पत्नी का इलाज चल रहा था जहा डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गई। आरोप है कि अस्पताल की महिला डॉक्टर ने भी अपनी लापरवाही को कुबूल किया जिसका साक्ष्य भी मौजूद है। पीआरडी कर्मी ने बताया कि उसने इस प्रकरण की लिखित शिकायत मंगलौर कोतवाली पुलिस को दी लेकिन आजतक पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की। पीआरडी कर्मी ने बताया इस सम्बंध में अधिकारियों को भी अवगत कराया गया लेकिन इंसाफ नही मिल पाया। अभी तक पुलिस ने तहरीर पर मुकदमा तक दर्ज नही किया। अब पीआरडी कर्मी ने अपने विभाग के कर्मियों के साथ इंसाफ न मिलने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। पीआरडी जवान का कहना है कि पुलिस विभाग का हिस्सा होने के बाद भी उन्हें इंसाफ के लिए सड़कों पर आना पड़ रहा है। मेघराज ने कहा कि अगर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती तो वह पीआरडी जवानों को साथ लेकर धरने पर बैठेंगे।
बाईट- मेघराज सिंह (पीड़ित