तो क्या ? सत्ता पक्ष का विरोध करना जेल जाना है!, उठे सितारगंज पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल!
पूर्व विधायक नारायण पाल ने सितारगंज पुलिस के खिलाफ खोला मोर्चा, करेंगे कोतवाली का घेराव।
एसएसपी कार्यालय पहुंचकर मामले की निष्पक्ष जांच की उठाई मांग।
सत्तापक्ष के नेता के दबाव में काम करने वाले पुलिसकर्मियों को दण्डित करने की उठाया मुद्दा।
रुद्रपुर। सत्ता पक्ष के नेता के दबाव में सितारगंज पुलिस पर एक दलित परिवार की महिलाओं के साथ बर्बरता करने व युवक को झूठे केस में जेल भेजने का आरोप लगाते हुए सितारगंज के पूर्व विधायक नारायण पाल ने पीड़ित परिवार के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचे मामले की निष्पक्ष जांच करने व आरोपी पुलिसकर्मियों को दंडित की मांग की। साथ ही मामले को अल्पसंख्यक आयोग के सम्मुख रखने की बात कही।
जिला मुख्यालय स्थित एसएसपी कार्यालय पीड़ित परिवार के साथ पहुंचे पूर्व विधायक नारायण पाल ने सितारगंज पुलिस पर सत्ता पक्ष के दबाव में काम करने समेत कई गम्भीर आरोप लगाये। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दिनों पीड़ित परिवार के घर आधी रात को करीब 2 दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी आ धमके तथा परिवार के लोगों के साथ बुरी तरह बर्ताब करते हुए मारपीट कर डाली।।
बाईट – पीड़ित युवती
इतना ही नही पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा तथा पुलिसकर्मियों ने एक युवती को बाल पकड़कर कीचड़ में गिरा दिया तथा उसके साथ जमकर मारपीट की। जब पड़ोस में रहने वाली एक गर्भवती महिला में भी बचाने का प्रयास किया तो उसकी भी पुलिस ने पिटाई कर डाली।
बाईट – पीड़ित परिवार
पीड़ित परिवार की युवती ने आरोप लगाया कि सितारगंज पुलिस ने उसके भाई सत्येंद्र को उठा लिया और उस पर झूठे केस लगाकर जेल भिजवा दिया जो अभी तक जेल में है। छात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके भाई द्वारा सत्ता पक्ष के एक विधायक के समक्ष गांव की खस्ताहाल सड़क के निर्माण की मांग को प्रमुखता से उठाया गया था जो उडको भारी पड़ गया और सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
बहरहाल इस मामले को लेकर सितारगंज के पूर्व विधायक नारायण पाल ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के युवक सत्येंद्र ने गांव में सड़क राजस्व गांव और प्रधानमंत्री आवास के लिए आवाज उठाई थी जिसके चलते उस पर जुल्मों सितम ढाए तथा पुलिस ने युवक को इतनी बेरहमी से पीटा है कि वह अभी भी जेल में बीमार है।
बाईट – प्रमोद कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक
मगर अब वह इस पूरे मामले को लेकर चुप नहीं बैठेंगे ओर आज सितारगंज पुलिस का घेराव करेंगे साथ ही इस पूरे मामले को अल्पसंख्यक आयोग में भी उठाएंगे। आज एसएसपी कार्यालय में पीड़ित परिवार के साथ कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा, शिशुपाल यादव आदि मौजूद थे।