नगला उजाड़ने की याचिका डालने वाला कांग्रेसी नेताओं का है करीबी – पूर्व विधायक शुक्ला।
किच्छा। नगला में चल रहे नगला बचाओ कमेटी द्वारा धरना प्रदर्शन में पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया, धरना को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है नगला के तीनों पक्षों वन विभाग, लोक निर्माण विभाग एवं तराई स्टेट फॉर्म के विभिन्न दावों का नगलानिवासियों द्वारा जिला कोर्ट एवं एसडीएम कोर्ट में वाद दायर किया है।
जिसकी सुनवाई चल रही है ऐसे में उच्च न्यायालय में स्थानीय कांग्रेसी नेताओं का एक करीबी इन्हें उजड़ने के लिए याचिका दायर कर दिया। विभागों द्वारा सही तथ्य न्यायालय में नहीं पेश करने की वजह से नगलावासियों को उजड़ने का भय सता रहा है। उक्त मामले का प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया एवं अतिरिक्त वकील को कोर्ट में खड़ा होने के लिए शासन ने नामित किया जिससे कि सही तथ्य उच्च न्यायालय में पहुंच सके एवं नगला वासियों को उजड़ने से बचाया जा सके।
कहा कि नगला में पूर्व सैनिक, राज्य आंदोलनकारी एवं बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के लोग निवास करते हैं जो भारतीय जनता पार्टी के कट्टर वोटर हैं इसी वजह से स्थानिक कांग्रेसी नेताओं ने अपने मिलने वालों से याचिका दायर कराकर नगला को उजाड़ने का षड्यंत्र रचा है लेकिन मेरे साथ ही प्रदेश सरकार एवं भारतीय जनता पार्टी नगलावासीयो के साथ खड़ी है और किसी भी दशा में नगला को ऊजरने नहीं दिया जाएगा।
धरना स्थल पर महेंद्र बाल्मीकि, रामू बिष्ट, पप्पी बिष्ट, सुनील रोहिल्ला, दनुज यादव, लक्ष्मण थापा, सचिन शर्मा, अनिल रावत, शेर सिंह, विदेशी प्रसाद, घनश्याम यादव, संजय यादव, भगवान सिंह रावत, शिव शंकर यादव, अनिल रावत, मथुरा दत्त पांडे, देवेंद्र कुमार, संजय, हीरा सिंह, सुनील कुमार, माता दिन, मोहित, गोविंद, पुष्पा लोहनी, पीतांबर, निर्मला रावत, मानव देवी, कालिका देवी, गेंदा देवी, रेखा, आरती, अंजू, हेमा, विमला, कुसुम, शशि, मुकेश, हीरा देवी, पुष्कर, देवकी देवी, भगवान दास, मंजू नेगी समेत सैकड़ो नगलावासी उपस्थित थे।