पिता बना जल्लाद, बेटे को उतारा मौत के घाट।


रुद्रपुर। ऊधम सिंह नगर में एक ऐसी हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसे सुन कर हर किसी के होश उड़ सकते हैं। एक कलयुगी पिता की ऐसी हैवानियत सामने आई जहाँ अपने ही 15 वर्ष पुत्र को मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर इस सनसनी बरदात का खुलासा करते हुए आरोपी पिता को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। इस कलयुगी पिता ने अपने ही पुत्र को मात्र 10 हजार रुपये के चोरी करने के आरोप में मौत के घाट उतारा है।

आपजो बता दें कि ऊधम सिंह नगर के पंतनगर थाना क्षेत्र में एक 15 वर्षीय नाबालिग का शव मिलने से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने cctv और सर्विलेंस के माध्यम से 24 घंटे में मामले का खुलासा कर दिया। 15 वर्षीय अंकित हत्या कांड की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे सुलझा दी है। अंकित की हत्या के मामले में थाना पुलिस ने उसी के पिता को गिरफ्तार किया है। दरअसल कल दोपहर को आनंदपुर जाने वाली सड़क किनारे सिडकुल के पास खाली मैदान से ट्रांजिट कैंप निवासी अंकित का शव बरामद हुआ था। मृतक का गला दबा कर हत्या की गई थी। साथ ही चेहरे में भी चोट के निशान मिले थे। पुलिस पूछताछ में मृतक के पिता देवदत्त गंगवार ने बताया कि वह सुबह बेटे अंकित को स्कूल छोड़ ड्यूटी चला गया था। लेकिन साढ़े दस बजे अंकित के फुफेरे भाई पर अज्ञात नंबर से काल आया कि अंकित का शव सिडकुल क्षेत्र स्थित खाली मैदान पर पड़ा हुआ है। सूचना पर परिजन सहित पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस ने मृतक की मां की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया तो टीम को अहम सुराग हाथ लगे। जिसके बाद टीम ने मृतक के पिता को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की तो वह टूट गया और अंकित की हत्या करना काबुल किया। आरोपी ने बताया कि वह अंकित की चोरी और शैतानियों से परेशान हो गया था। कुछ दिन पूर्व ही उसके द्वारा 10 हजार रुपए चुराए थे। आरोपी को थाना पुलिस कोर्ट में पेश करने जा रही है। बाइट – निहारिका तोमर ( एसपी क्राइम)Transcript :- क्षेत्राधिकारी पन्तनगर के नेतृत्व मे थाना पन्तनगर, थाना ट्राजिट कैम्प एवं थाना दिनेशपुर की 05 टीमो का गठन किया गया, जिन्हे टेक्नीकल सर्विलांस, मैनवल सर्विलांस एवं पूछताछ का कार्य दिया गया। सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन पर मृतक का अपने पिता देवीदत्त गंगवार के साथ स्कूल न जाकर घटनास्थल की ओर जाना पाया गया। बयानो मे भिन्नता एवं सीसीटीवी फुटेज से संदेह होने पर मृतक के पिता देवीदत्त व अन्य गवाह अभिषेक ( मृतक की बुआ की बेटा) को विस्तृत पूछताछ हेतु थाने लाया गया। पूछताछ के दौरान मृतक के पिता देवीदत्त के द्वारा यह बताया कि वह विगत चार वर्ष से आजाद नगर थाना ट्राजिट कैम्प मे अपने परिवार के साथ निवास कर रहा है, उसके परिवार मे पत्नी आरती देवी व दो बेटे है, जिसमे से बडे पुत्र अंकित गंगवार की आज मृत्यु हो गयी तथा दूसरा बेटे लक्ष्य की उम्र 08 वर्ष है। देवीदत्त गंगवार द्वारा बताया गया कि वह देवछाया कम्पनी सिडकुल मे काम करता है तथा महिने का लगभग 18 हजार रुपये कमाता है। उसका बडा बेटा अंकित अक्सर घर मे रखे पैसे चोरी कर लिया करता था, जिसको लेकर वह अक्सर घर मे अपने बेटे अंकित को डाटता व पीटता रहता था। मृतक के पिता द्वारा बताया कि दिनांक 12अप्रेल को अंकित अपनी मां के साथ अपने गांव तह0 बीसलपुर थाना बरखेडा जिला पीलीभीत उ0प्र0 से लौटा और आने के बाद अंकित द्वारा घर मे रखे 10 हजार रुपये चुरा लिये गये जिसे लेकर घटना की सुबह दिनांक 15 अप्रेल को घर मे लडाई हुई और मृतक के पिता देवीदत्त द्वारा मृतक को पीटा भी गया। इसके उपरान्त मृतक के पिता देवीदत्त गंगवार द्वारा अंकित की हत्या करने की योजना बनाई गई । योजना के तहत वह अंकित और अपने छोटे बेटे को सुबह स्कूल छोडने के लिये घर से निकला , अपने छोटे बेटे को स्कूल छोडने के बाद अंकित को घटनास्थल की ओर ले गया, वहां पहुचने के बाद लकडी इक्ट्टठा करने के बहाने अंकित से उसके द्वारा पहनी कमीज उतरवायी और उस कमीज को अंकित के गले मे बाँध कर, कस कर उसकी हत्या कर दी गयी । घटना कारित करने के बाद आरोपी देवीदत्त गंगवार अपनी कम्पनी मे आया तथा अपने सहकर्मी का मोबाईल लेकर भतीजे अभिषेक के नम्बर पर काल किया, फोन पर आवाज बदल कर अभिषेक को बताया कि तेरा भाई अंकित रिद्धि सिद्धी कम्पनी के पीछे बेहोश पडा है। उक्त सूचना प्राप्त होने पर अभिषेक व अन्य परिजन घटनास्थल पर पहुचे जहां पर आने के बाद उसके द्वारा पुलिस को सूचना दी गयी ।















