डॉक्टर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपी के भेज जेल।
- डॉक्टर दीपक छाबड़ा की तहरीर के आधार पर हुई कार्यवाही,
- मामले में तत्कालीन कोतवाल की जांच के दौरान साक्ष्य मिलने के बाद पॉस्को एक्ट की धारा बढ़ाई थी।
रुद्रपुर। रुद्रपुर के एक निजी चिकित्सक व अन्य लोगो के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले एवं पॉक्सो एक्ट में नामजद एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जिस पर न्यायालय ने आरोपी को जेल भेज दिया है। जबकि इस मामले में अन्य आरोपियों के भी पुलिस सख्त कार्यवाही में जुट गई है।
विदित हो कि रुद्रपुर की डॉक्टर कालोनी सिविल लाइन निवासी डॉक्टर दीपक छाबड़ा ने विगत 28 मार्च को पुलिस उनकी व उनके साथियों समेत हॉस्पिटल की बदनामी करने के मामले में पुलिस को तहरीर सौपी थी।
पुलिस को तहरीर दी तहरीर में बताया कि समीपवर्ती राज्य उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर अंतर्गत बिलासपुर के मोहल्ला साहूकार निवासी अजय रस्तोगी पुत्र महेंद्र सिंह द्वारा शोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सएप आदि पर डॉक्टर छाबड़ा, उनके साथियों व मेडिसिटी हॉस्पिटल के खिलाफ गलत तरीके से दुष्प्रचार एवं बदनाम करने के उद्देश्य से आपत्तिजनक पोस्ट वायरल की जा रही थी तथा आरोपी अजय रस्तोगी द्वारा व्हाट्सएप पर बतौर एडमिन कई ग्रुप बना रखे थे जिनमें लगातार रस्तोगी द्वारा उनके अस्पताल व उनकी छवि को धूमिल करने का दुष्प्रचार किया जा रहा था।
पीड़ित चिकित्सक ने बताया कि उक्त आरोपी ने एक नवजात के स्वरूप को गलत तरीके से टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करते हुए फोटो बदल कर आपत्तिजनक फोटो बनाई थी। जिसको अस्पताल के कर्मचारी राहुल कुमार सिंह के मोबाइल पर भी भेज दी थी। जब इस मामले की जानकारी पीड़ित को मिली तो पीड़ित ने मामले में नामजद व अन्य आरोपियों के खिलाफ शिकायत पत्र सौपा था। जिस पर रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने दीपक छाबड़ा की तहरीर के आधार पर उक्त आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट में मामला पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी थी। जांच के दौरान तत्कालीन कोतवाली प्रभारी विजेंद्र शाह ने आरोपी अजय रस्तोगी के खिलाफ साक्ष्य पाए जाने के बाद पोक्सो एक्ट की धारा भी मामले में शामिल कर दी थी। इस मामले में वर्तमान कोतवाल विक्रम राठौर ने उक्त आरोपी को रुद्रपुर कोतवाली अन्तर्गत से गिरफ्तार करने बाद न्यायालय में पेश किया। न्यायालय में मामले की सुनवाई करने के बाद प्रथम अपर सिविल जज द्वारा आरोपी अजय रस्तोगी को 14 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में हल्द्वानी उप कारागार जेल भेज दिया है। वहीं इस मामले में अन्य नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं जिनके खिलाफ भी जांच जारी है