घर में खेल रही डेढ़ साल की बच्ची की बाल्टी में डूबकर मौत, परिवार में मचा कोहराम।


रामनगर।रामनगर से इस वक्त एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है,यहाँ एक डेढ़ साल की मासूम बच्ची की घर में रखी पानी की बाल्टी में डूबकर मौत हो गई, यह हादसा इतना अचानक और दुखद था कि पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया है। घटना रामनगर के ग्राम पूछड़ी की है, जहां एक श्रमिक परिवार की डेढ़ वर्षीय बेटी रचना की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। बताया जा रहा है कि रचना के माता-पिता, इंदर कुमार और उनकी पत्नी, रोज़ की तरह सुबह काम पर निकल गए थे,घर में उनके अन्य बच्चे भी मौजूद थे, लेकिन कुछ देर बाद सभी बच्चे बाहर खेलने चले गए और छोटी रचना घर में अकेली रह गई। इसी दौरान मासूम रचना खेलते-खेलते घर के आंगन में पहुंची, जहां एक पानी से भरी बाल्टी रखी हुई थी,खेलते समय रचना का संतुलन बिगड़ा और वह बाल्टी में गिर गई,इतनी छोटी उम्र और शरीर होने की वजह से वह बाल्टी से बाहर नहीं निकल सकी और पानी में डूब गई.कुछ देर बाद जब बाकी बच्चे खेलने के बाद घर लौटे, तो उन्होंने रचना को बाल्टी में मुंह के बल डूबा हुआ देखा, बच्चों ने शोर मचाया तो पड़ोसी तुरंत मौके पर पहुंचे,इसके बाद रचना के माता-पिता को भी सूचना दी गई.माता-पिता जब घर पहुंचे और अपनी लाड़ली को इस हालत में देखा तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई, वे तुरंत बच्ची को लेकर रामनगर के सरकारी अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी,डॉक्टरों ने रचना को मृत घोषित कर दिया।इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है, बच्ची की मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।मृतक के पिता इंदर कुमार ने कहां कि हम रोज़ की तरह काम पर गए थे,बच्चों को साथ रखा था, लेकिन रचना घर में रह गई थी,समझ नहीं पा रहे कि ये सब कैसे हो गया, हमारी दुनिया उजड़ गई।इस हादसे ने एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि छोटे बच्चों को घर में अकेला छोड़ना कितना खतरनाक साबित हो सकता है,विशेष रूप से ऐसे घरों में, जहां खुले बर्तन, बाल्टियाँ या अन्य जोखिम भरे साधन मौजूद हों, वहां अतिरिक्त सतर्कता की ज़रूरत होती है।विशेषज्ञों का भी कहना है कि छोटे बच्चों के आसपास पानी के खुले स्रोत, जैसे बाल्टी, टंकी, या तालाब जैसी चीज़ें बेहद खतरनाक हो सकती हैं,दो इंच गहरे पानी में भी बच्चा डूब सकता है, यदि वह बाहर न निकल पाए।रामनगर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है, लेकिन फिलहाल इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा माना जा रहा है, पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं।















