पुलिस ने 18 लाख की साइबर धोखाधड़ी का किया पर्दाफाश, 02 शातिर साइबर ठग गिरफ्तार।

*➡️ कोतवाली खटीमा पुलिस ने मात्र दो दिनों में साइबर धोखाधड़ी का सफल अनावरण कर , 02 शातिर अभियुक्तों को लखनऊ से दबोचा।
➡️ शातिर साइबर ठगों ने उत्तराखण्ड सहित 10 से अधिक राज्यों में लगभग 01 करोड़ 86 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी स्वीकार की गई।

*घटना का सार*➡️ दिनांक 07.09.2025 को वादी अखिलानन्द उप्रेती, निवासी ग्राम बिल्हेरी चकरपुर, कोतवाली खटीमा ने तहरीर दी कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने फोन पर संपर्क कर उन्हें झांसे में लिया और 18 लाख रुपये NEFT के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिये।➡️ वादी की तहरीर के आधार पर कोतवाली खटीमा में मु0अ0सं0 268/2025 धारा 318(4) BNS बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद ऊधम सिंह नगर श्री मणिकांत मिश्रा ने तत्काल प्रभाव से विशेष पुलिस टीम गठित कर शीघ्र अनावरण के निर्देश दिए।*पुलिस की त्वरित कार्यवाही*➡️ गठित पुलिस टीम ने तकनीकी व सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की। जांच में पता चला कि ठगी की राशि फर्म ओम संस्कृति सस्कृत गोल्डन इंटरनेशनल प्रा0लि0 के खाते में भेजी गई थी। यह खाता INDSIND बैंक, गोमती नगर, लखनऊ में संचालित था, जिसके धारक कमलेश कुमार और सतीश कुमार निवासी मलीहाबाद, लखनऊ (उ0प्र0) निकले।➡️ पुलिस टीम ने तत्काल रणनीति बनाकर बैंक प्रबंधन को सतर्क किया और संदिग्ध खाता धारकों पर निगरानी रखी। त्वरित कार्रवाई करते हुए दिनांक 09.09.2025 को दोनों आरोपियों को बैंक से संदिग्ध पूछताछ के बाद हिरासत में लेकर खटीमा लाया गया।*आरोपियों का खुलासा*➡️ गहन पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने धन के लालच में एक कंपनी के नाम से खाता खुलवाया था, जिसमें प्रतिदिन 5 करोड़ रुपये तक की लेनदेन सीमा रखी गई थी। इस खाते का उपयोग बड़े पैमाने पर अवैध ट्रांजैक्शन के लिए किया जाता था।➡️ आरोपियों ने बताया कि उन्होंने उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, केरल, कर्नाटक, अण्डमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, उड़ीसा और तेलंगाना सहित विभिन्न राज्यों से सिर्फ दो दिनों में लगभग 01.86 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की।➡️इसके अलावा आरोपियों के बैंक खाते से जुड़ी लगभग 25 अन्य शिकायतें भी दर्ज हैं।➡️ पूछताछ में यह भी सामने आया कि दिनांक 06.09.2025 को अभियुक्तों ने कई व्यक्तियों से अपने खाते में रकम मंगवाई और तत्पश्चात मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से विभिन्न खातों में स्थानांतरित कर दी। इस अपराध में उनका एक अन्य साथी अनुराग (निवासी सीतापुर, उ0प्र0) भी शामिल था, जो मोबाइल पर लाभार्थी जोड़ने और ट्रांजैक्शन की तकनीकी भूमिका निभाता था।*गिरफ्तार अभियुक्त*☑️ कमलेश कुमार पुत्र शिवबालक, उम्र 39 वर्ष, निवासी सैफलपुर, मलीहाबाद थाना काकोरी, जिला लखनऊ (उ0प्र0)☑️ सतीश कुमार पुत्र शिवबालक, उम्र 32 वर्ष, निवासी सैफलपुर, मलीहाबाद थाना काकोरी, जिला लखनऊ (उ0प्र0)➡️ दोनों अभियुक्तों को विधिक कार्रवाई पूर्ण कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।*गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम*1. प्रभारी निरीक्षक श्री मनोहर सिंह दसौनी2. व0उ0नि0 ललित सिंह रावल3. उ0नि0 विकास कुमार (प्रभारी चौकी चकरपुर)4. हे0का0 संजय कुमार5. का0 पूरन सिंह*पुलिस की अपील*➡️ पुलिस आमजन से अपील करती है कि किसी भी अज्ञात कॉल या लिंक पर भरोसा कर धनराशि ट्रांसफर न करें। साइबर ठगी से बचाव हेतु किसी भी प्रकार की संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की तत्काल सूचना 1930 साइबर हेल्पलाइन या निकटतम थाने में दें।
