हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे में मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने माथा टेका।

ऋषिकेश/हेमकुण्ड साहिब। विश्व प्रसिद्ध और उत्तराखंड में पांचवें धाम के रूप में विख्यात श्री हेमकुंड साहिब धाम की यात्रा का विधिवत शुभारंभ हो गया है। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पहले जत्थे के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर यात्रा मार्ग पर रवाना किया है।

विश्व प्रसिद्ध और सिख श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहने वाले श्री हेमकुंड साहिब धाम के कपाट 25 मई को खुलने जा रहे हैं। सरकार के साथ गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब ट्रस्ट ने धाम के कपाट खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। इसी कड़ी में आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह ऋषिकेश स्थित गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब पहुंचे। गुरुद्वारा परिसर में अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने प्रबंधन कमेटी से जुड़े सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री और राज्यपाल का भव्य स्वागत किया। गुरुद्वारे के दरबार साहिब में मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने माथा टेका और गुरु घर से यात्रा की सफलता को अरदास करी। जिसके बाद मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने पांच प्यारों की अगुवाई में श्री हेमकुंड साहिब धाम की यात्रा पर जाने वाले करीब 500 श्रद्धालुओं के जत्थे के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर यात्रा मार्ग पर रवाना किया। इस दौरान वाहेगुरु जी दा खालसा, वाहेगुरु जी फ़तेह, जो बोले सो निहाल, के जयकारों से पूरा गुरुद्वारा परिसर गुंजायमान होता हुआ सुनाई दिया।
श्री हेमकुंड साहिब धाम की यात्रा के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि श्री हेमकुंड साहिब धाम की यात्रा पर देसी ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा यात्रा मार्ग पर ना हो इस प्रकार का प्रबंध सरकार ने किया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ और श्री हेमकुंड साहिब धाम के लिए रोपवे की सौगात भी राज्य को दी है। 7200 करोड रुपए भी इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए स्वीकृत कर दिए हैं। जल्दी ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर योजना को धरातल पर उतरने का काम किया जाएगा। इस योजना के धरातल पर उतरने से केदारनाथ और श्री हेमकुंड साहिब धाम की यात्रा पर ऐसे श्रद्धालु भी आसानी से जा सकेंगे जो शारीरिक रूप से कमजोर है। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से यात्रा के नियमों का पालन करने और राज्य को कचरा मुक्त बनाने में अपना अहम योगदान देने की अपील की है।















