जिला सैनिक कल्याण ऊधम सिंह नगर के कर्मियों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना।
प्रदेश आह्वान पर अपनी मांगों के लेकर है धरनारत
रुद्रपुर। सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग ऊधम सिंह नगर के कर्मचारियों ने प्रदेश के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कार्यबहिष्कार के बाद अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के गेट पर धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में उत्तराखंड जैसे सैनिक बाहुल्य प्रदेश होने के बाद भी इन 204 पूर्व सैनिक संविदा कर्मचारी है। जिनकी 15 वर्ष से अधिक की सेवा विभाग में हो चुकी है पर इन कर्मचारियों को प्रदेश सरकार एवं सैनिक कल्याण विभाग द्वारा पंचम वेतनमान एवं छठा वेतनमान वर्तमान में दिया जा रहा है और वेतन भत्ते का 75% भारत सरकार रक्षा मंत्रालय केंद्रीय सैनिक बोर्ड दिल्ली द्वारा व मात्र 25% राज्य सरकार द्वारा किया जाता है।
बाईट – किशन कुमार रावत, कर्मचारी
आरोप लगाया कि कर्मचारियों को साल में जो बोनस दिया जाता था वर्ष 2018 से बंद कर दिया गया है। सभी सेवाएं इमानदारी से ले रहे हैं तथा करोना काल में भी अपनी सेवाएं प्रदान की, बावजूद सरकार कर्मचारियों की सुध नहीं ले रही है जिसको लेकर कर्मचारियों में खासा रोष उत्पन्न है। कहा कि कर्मचारी भारत सरकार रक्षा मंत्रालय केंद्रीय सैनिक बोर्ड नई दिल्ली की गाइडलाइन के अनुसार विभाग में सैनिक अधिकारियों की तरह कर्मचारियों की भी नियुक्ति एवं लाभ प्रदान किए जाने, उत्तराखंड में नियमितीकरण नियमावली 2013 के तहत नियमितीकरण किए जाने, सातवां वेतनमान अधिकारियों की तरह पूर्व सैनिक कर्मचारियों को भी 2016 से दिए जाने, प्रदेश में सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को नियमित किए जाने की मांग को लेकर धरना चल रहा है। धरने देने वालों में भगवत सिंह, किशन सिंह, नवीन चंद्र तिवारी, गिरीश चंद्र भट्ट, किशन चंद, सुनील सिंह, सुदर्शन सिंह, राजपाल, रमेश लाल, विशन सिंह, हरीश गिरी आदि मौजूद थे।