पढ़िये खबर :- आखिर क्यों हुआ असम के मुख्यमंत्री को कोर्ट में पेश होंने का सम्मन जारी?
पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर अभद्र टिप्पणी करना पड़ सकता है भारी, कांग्रेस नेता गणेश उपाध्याय ने की शिकायत।
ऊधम सिंह नगर।
2022 विधानसभा चुनाव असम के मुख्यमंत्री हिमता विसवासर्मा की मुस्किले बड़ा सकता है। जोकि विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक चुनावी सभा में कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी पर अभद्र टिप्पणी करना उन्हें भारी पड़ सकता है। उधम सिंह नगर के निवासी कोंग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गणेश उपाध्याय की शिकायत पर जिला एवं सत्र न्यायालय ने असम के मुख्यमंत्री हिमता विसवासर्मा को आगामी 21 सितंबर को कोर्ट में पेश होने का नोटिस जारी कर दिया है।
आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेसी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी मामले पर उधम सिंह नगर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की न्यायालय, रुद्रपुर की कोर्ट में डा गणेश उपाध्याय द्वारा दाखिल परिवाद पर सुनवाई करते हुए उनके बयान दर्ज किए गये थे, दाखिल परिवाद के अनुसार असम के मुख्यमंत्री हिमता विसवासर्मा द्वारा वर्ष 2022 में उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान किच्छा में हुई एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ गणेश उपाध्याय ने जिला एवं सत्र न्यायालय, रुद्रपुर ऊधम सिंह नगर की कोर्ट में परिवाद दाखिल किया गया था।
बाइट :- गणेश उपाध्याय – शिकायत कर्ता
दाखिल परिवाद पर डॉ गणेश उपाध्याय ने अपने ब्यान दर्ज कराते हुए कहा कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान असम राज्य के मुख्यमंत्री हिमता बिसवासर्मा ने 67 किच्छा विधानसभा में किच्छा नगर में स्थित तहसील कार्यालय के सामने इन्द्रा गांधी मैदान में 11 फरवरी 2022 को एक राजनीतिक दल के उम्मीदवार का प्रचार करते हुए सभा को सार्वजनिक रूप से सम्बोधित किया। हिमता बिसवासर्मा मुख्यमंत्री द्वारा अपने सम्बोधन में कांग्रेसी नेता राहुल गांधी का नाम लेकर पूर्ण विद्वेष भावना से ग्रसित होकर कहा था कि “आप कौन सा पिता के बेटे है, हमने प्रूफ मांगा क्या” जिसे शब्द से उद्बोधन किया तथा हिमता बिसवासर्मा का यह सम्बोधन प्रत्यक्ष रूप से भी राहुल गांधी की माता एवं सोनिया गांधी के चरित्र के प्रति लांछन लगाने वाला उद्बोधन सार्वजनिक रूप से किया गया है।
असम के मुख्यमंत्री हिमता विसवासर्मा के खिलाफ दाखिल परिवाद में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। इस मामले पर तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश उधम सिंह नगर श्रीमती मीना देउपा ने सम्मन जारी कर मुख्यमंत्री असम हेमंत विसवासर्मा को 21 सितंबर को हाजिर होने के लिए नोटिस भेजा है।