पढ़िए ख़बर – आखिर क्या रखा वन मंत्री ने अपना जबाव।


देहरादून। उत्तराखंड एक वन्य जीव बहुल्य राज्य है, जिसका 71% वन क्षेत्र हैततैया, मधुमक्खी, लंगूर के काटने से मौतें होती थी, उनको भी मुआवजा देने का प्रावधान किया गया है….जंगली जानवर से होने वाली मृत्यु पर पहले 4 लाख दिए जाते थे, जिसको बढ़कर 6 लाख किया गया है..मृत्यु होने पर तत्काल 30% यानी 1 लाख 80 हजार दिए जाते हैं…1 लाख 15 हजार बंदरों की अभी तक हुई नसबंदी….Voluntary village protection force भी बनाई गई, जिसकी मदद से सरकार द्वारा 447 गुलदार, 38 टाइगर को पकड़ने की परमिशन दी गई…. 1 हजार से ज्यादा सोलर लाइट हॉटस्पॉट पर लगाई गई है, पिछले वर्ष 900 सोलर लाइट लगाई गई लगातार सोलर लाइट लगाने में इजाफा होता रहेगा….बायो फेंसिंग की सुविधा पर काम किया गया…कॉरपोरेस फंड का गठन किया गया















