ऊधम सिंह नगर डीडीए का वसूली के लिये 2.75 लाख का फर्जी नोटिस।
- 20 दिन से अधिक का समय बीतने के बाद भी पुलिस द्वारा नही हो पाई सख्त कार्यवाही।
- पूर्व में भी कुछ लोग प्राधिकरण के अधिकारी बनकर कर चुके है ठगी।
मुमत्याज अहमद।
ऊधम सिंह नहर। भले ही सूबे में फर्जीबाड़े वाले मामले अनेकों आ रहें हैं लेकिन उधम सिंह नगर में एक ऐसा अनोखा मामला समाने आया है,जोकि चर्चा का विषय बना हुआ है। विकास प्राधिकरण के नाम से जनपद के मुख्यालय रुद्रपुर में डाक के माध्यम से एक फर्म को फर्जी नोटिस जारी कर दिया गया। जैसे ही विभाग को इसकी भनक लगी वैसे ही विभाग ने कोतवाली में एक शिकायत पत्र दिया जिसमें पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहाँ 20 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाइ है। नोटिस प्राधिकरण के सायक सचिव के नाम से जारी किया गया है।
आपको बता दें कि ऊधम सिंह नगर के जनपद में आये दिन नए नए कारनामे सामने आते रहते है जहाँ जनपद में एक अनोखा फर्जीबाड़ा सामने आया है। जनपद के मुख्यालय रुद्रपुर में एक बार फिर सामने आया है, जहाँ कुछ जालसाजों ने जिला विकास प्राधिकरण ऊधम सिंह नगर नाम से फर्जी नोटिस बना अकबर टूल स्टोर नामक फर्म के नाम जारी कर दिया। जारी नोटिस 27 जुलाई 2023 व पत्रांक संख्या 178/23 को बकायदा प्राधिकरण के सायक सचिव के नाम से जारी कर दिया। जिसमे रुद्रपुर के गांधी कालोनी सिब्बल सिनेमा के सामने स्थित अकबर टूल स्टोर को डाक के माध्यम से भेजा गया था तथा उसमें शातिराना अंदाज में अवैध निर्माण पर आपके विरुद्ध नजूल भूमि अधिनियम एक्ट 2016 धारा 138 के अंतर्गत कानूनी कार्यवाही करने व जुर्माने की राशि के रूप में 02 लाख 75 हजार की धन वसूली करने की कार्यवाही करने का नोटिस दिया गया।
मामला विकास प्राधिकरण के प्रकाश में आया जब यह डाक के माध्यम से उनके ऑफिस पहुँच गया। तथा मौके पर कोई न मिलने के बाद डाक विभाग ने प्राधिकरण को वापस कर दिया था। हालांकि इस मामले के बाद प्राधिकरणमें हड़कंप मच गया और प्राधिकरण के सचिव एनएस नबियाल ने इस मामले में कार्यवाही को 19 अगस्त2023 को एसएसपी कार्यालय, जिलाधिकारी कार्यालय व रुद्रपुर कोतवाली में शिकायती पत्र रिसीव करवाया। सूत्रों की माने तो लगभग 20 दिन से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नही किया। जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे है?
वही इस मामले में जानकारी के लिये कोतवाल साहब से सम्पर्क करने का प्रयास तो उनका फोन बंद था तथा सरकारी नम्बर पर सम्पर्क किया प्रभारी कोतवाल साहब कही बाहर थे तथा उन्होंने कोतवाली पहुँचकर दिखबाने की बात कही।
जिला विकास प्राधिकरण सचिव एनएस नबियाल ने बताया किसी ने फर्जी तरीके से प्राधिकरण के नाम नोटिस जारी किया है जोकि जिस नाम से नोटिस जारी किया गया है सायक प्राधिकरण नाम का उनके ऑफिस में कोई पद नहीं है जोकि जिस वक्त ये लेटर आया था उसी समय ही इसकी शिकायत पुलिस को दे दी गयी थी। साथ में उन्होंने कहा की ज़ब भी प्राधिकरण कोई नोटिस जारी करती है तब उससे पहले एक सर्वें किया जाता है। वही उन्होंने इस तरह के मामलो से सावधान रहने की अपील की है।